जिग्नेश और कांग्रेस में 90% मांगों पर बनी सहमति, बोले घमंडी हो गई है भाजपा

जिग्नेशनवसारी: गुजरात चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की ज़ोरदार रस्साकसी चल रही है. ऐसे में कभी भारतीय जनता पार्टी तो कभी कांग्रेस मैदान मारती दिख रही है. लेकिन असलियत ये है कि चुनाव महासंग्राम बन चुका है. गुजरात में ओबीसी वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता अल्पेश ठाकोर के कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने भी कांग्रेस उपाध्यक्ष से मुलाकात की है.

मुलाकात के बाद मेवानी ने कहा कि घमंडी भाजपा के खिलाफ यहां कम से कम बातचीत इच्छा तो है.

मेवानी ने स्पष्ट कर दिया कि वह कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहे हैं, किन्तु समर्थन पर जोर दिया है. साथ ही कहा है कि वह और सभी दलित संगठन व कार्यकर्ता गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने की पुरजोर कोशिश करेंगे. यह भी कांग्रेस के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं माना जा रहा है.

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बता दें दक्षिण गुजरात के नवसारी शहर के एक फॉर्महाउस में मेवानी की राहुल गांधी से मुलाकात हुई है.

दलित नेता ने कहा कि ढेड़ वर्ष पहले उना में घटी घटना और भाजपा के घमंडी रवैये से कार्यकर्ताओं के बीच काफी रोश है. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों के बारे में तो भूल जाइए, भाजपा ने हमसे बातचीत करने की जरूरत भी नहीं समझी.

बता दें मेवानी ने राहुल के साथ उसी बस से पत्रकारों से बातचीत की, जिससे राहुल गांधी क्षेत्र में अपने अभियान के दौरान राज्य की यात्राएं कर रहे हैं.

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दलितों के अधिकारों के लिए लड़ रहे वकील मेवानी ने कहा कि हमने न्याय के लिए 17 मांगें रखी हैं और राहुलजी ने कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में इनमें से अधिकतर को लागू करने के लिए सहमत हो गए हैं.

जिग्नेश ने कांग्रेस नेता के साथ हुई बातचीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि हमारी लगभग 90 प्रतिशत मांगों पर वार्ता हुई. उन्होंने कहा कि यह हमारी कोई मांग नहीं है, बल्कि हमारा संवैधानिक अधिकार है, जिसे भाजपा ने नकारा है.

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प्रधानमंत्री मोदी को वार करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ही लोगों के मन की बात सुनेगी और जनता पर हमारे मन की बात नहीं थोपेगी.

उन्होंने कहा कि समाज का ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जो गुजरात में खुश हो. चाहे वह जिग्नेश हों, अल्पेश हों या हार्दिक हों. सभी दबे हुए आक्रोश और निराशा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

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