जानिए सरकार कि नई पहल , अब गूगल की निगरानी में पेड़ बनेंगे महाकुंभ के पौधे…
आज के समय में पेड़ कि अधिकता कम हो रही हैं. वहीं मनुष्य पेड़ को काटकर फक्ट्रियां आदि खोल रहे हैं. जिससे पर्यावण भी दूषित हो रहा हैं.लेकिन इस साल सरकार ने पर्यावण को सुध रखने के लिए एक नई पहल कि शुरुआत कि हैं.
बतादें कि पौधरोपण के महाकुंभ में पौधों के भविष्य की डोर अब गूगल जियो टैगिंग के हाथों में होगी। सरकारी महकमे, आमजन के साथ मिलकर हर पौधे को टैग किया जाएगा। इसकी मदद से पौधों की सेहत संवारी जाएगी। जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह पौधरोपण के महाकुंभ का आगाज कर दिया। सूबे में 22 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं।
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जहां गौतम बुद्ध नगर में आम और खास के सहयोग से सरकारी मशीनरी पौधरोपण में जुटी रही। शुक्रवार शाम तक जो आंकड़े वन विभाग को मिले, उसके मुताबिक करीब दस लाख पौधे जिले में लगाए जा चुके हैं। लेकिन यहां पौधरोपण के अतिरिक्त भविष्य में इनका संरक्षण भी जरूरी है।
प्रदेश सरकार स्तर से फुल प्रूफ प्लानिंग की गई है। बताया गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग, डीआईओएस, वाणिज्य कर विभाग, जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन विभाग, यूपीसीडा, स्वास्थ्य, जिला प्रशासन समेत अन्य महकमों को पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। पौधरोपण के लिए प्रत्येक विभाग में एक प्रभारी अफसर नियुक्त कर दिया गया है।
वहीं अफसर मौके पर पहुंचकर पौधे की लोकेशन गूगल जियो टैगिंग पर टैग कराएंगे। उसकी लोकेशन वन विभाग के अफसरों को शेयर कर दी जाएगी। जियो टैगिंग से पौधों का फोटो गूगल पर उपलब्ध होगा। उसकी स्थिति देखी जा सकेगी। अगर पौधा दम तोड़ता या उखड़ा हुआ दिखता है तो पौधा लगाने वाले विभाग और वन विभाग से जवाब तलब किया जाएगा।
50 से अधिक नामी उद्यमियों ने जिले में एक लाख से अधिक पौधे लगाए हैं। इसी तरह से एनजीओ और आरडब्ल्यूए ने भी जिम्मेदारी उठाई है। बताया गया है कि डीआईओएस, बीएसए, जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन समेत अन्य विभागों के अफसर खुद तो पौधरोपण में शामिल रहे। भविष्य में उनके रखरखाव के लिए कुछ नामी संस्था या लोगों को चुना है। सरकारी अफसरों के साथ आम जन भी पौधों की देखभाल करेंगे।
दरअसल पौधरोपण में सभी विभाग और आम जन का भरपूर सहयोग मिलेगा। भविष्य में पौधे संरक्षित रहेंगे। इसके लिए प्रत्येक पौधे पर गूगल जियो टैगिंग की जाएगी। समय समय पर पौधों की लोकेशन ट्रेस कर समीक्षा की जाएगी।