जहां इस प्रोजेक्ट के लिए टैक्स और नियामक संबंधी छूट भी दी गई थी और इसके साथ बैंकों और ब्रोकरेज फर्मों को भी यहां निवेश के लिए आमंत्रित किया गया था। इन तमाम प्रयासों के बावजूद ये प्रोजेक्ट अब तक पूरा नहीं हो पाया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्ट के डवलपर दूसरे प्रोजेक्ट में घाटे के कारण आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, जिसकी वजह से ये अब तक अधूरा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ये नई फाइनेंशियल सिटी 6.2 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्रफल में बसनी थी, जिसका अब तक 30 लाख वर्गफुट क्षेत्रफल ही डवलप हो पाया है। इस काम के माध्यम से करीब 10 लाख लोगों को नौकरियां मिलनी थीं, लेकिन अभी तक सिर्फ नौ हजार लोगों को ही नौकरियां मिल पाई हैं।