जानिए आखिर क्यों स्कूल जाने से डर रही हैं छात्राएं, हाईकोर्ट से मांग रही हैं मदद…

गुरुग्राम के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मानेसर की छात्राएं स्कूल जाने को लेकर सहज नहीं हो पा रही हैं। वहीं अराजक तत्वों को लेकर छात्राओं के मन में डर बैठ गया है।वहीं विद्यालय के समीप बने पार्क की चारदीवारी टूटने से उसी के जरिए अराजक तत्व विद्यालय परिसर में दाखिल होते हैं और छात्राओं से दुर्व्यवहार करते हैं।

 

बतादें की अराजक तत्वों की इन हरकतों की छात्राओं ने पूर्व में विद्यालय प्रबंधन से शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। वहीं विद्यालय में कार्यरत शैक्षिक स्टाफ ने भी चारदीवारी टूटने की बात स्वीकार की है। लेकिन विद्यालय में भय का माहौल होने से इनकार किया है।

दोगुना घाटा झेल रही टाटा मोटर्स, जारी की ये रिपोर्ट

खबरों के मुताबिक स्कूल की चारदीवारी टूटने के बाद जब अराजक तत्वों की गतिविधियां बढ़ गईं तो स्कूल प्रबंधन ने मामले की शिकायत पुलिस से भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन मौजूदा स्थिति यह है कि विद्यालय में जगह-जगह काले रंग से पेंट कर दिया गया है।

दरअसल इन तमाम समस्याओं को देखते हुए ग्रामीणों को हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी। वहीं, गांव के सरपंच ने भी छात्राओं की शिक्षा के लिए पूरी तरह सुरक्षित माहौल तैयार करने की मांग की है।

देखा जाये तो स्कूल के साथ ही अरावली पर्वत श्रृंखला लगने के कारण आए दिन अराजक तत्व वहां पर मौजूद रहते हैं। जो कई बार विद्यालय परिसर में आकर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं और भद्दे कमेंट करते हैं। लेकिन कई बार तो पहाड़ी पर शराब इत्यादि पीकर भी शरारती तत्व विद्यालय में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।

जहां स्कूल परिसर में ही पोस्ट ऑफिस व स्वास्थ्य केंद्र भी हैं, जिसकी आड़ में कई बार शरारती तत्व विद्यालय परिसर में दाखिल हो जाते हैं। विद्यालय प्रबंधन भी इन चीजों से अवगत है, लेकिन कोई ठोस फैसला नहीं हो पाया है।

खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। लगातार विद्यालय प्रबंधन के संपर्क में भी हूं। जो भी कोर्ट के आदेश होंगे उनका पालन किया जाएगा।- प्रेमलता, जिला शिक्षा अधिकारी गुरुग्राम इस समय विद्यालय की चारदीवारी टूटी पड़ी है, जिससे विद्यालय का रास्ता आम रास्ता बन गया है।जहां इसके जरिए आए दिन असामाजिक तत्व विद्यालय में प्रवेश करते हैं, जिस वजह से छात्राएं बाहर मैदान में खेलने के लिए भी नहीं जा पा रही हैं।

 

 

LIVE TV