जानिए आखिर क्यों इस गांव में शादी करने से कतराते हैं लोग , छुपे हैं की राज़

नई दिल्ली : भाखड़ा बांध निर्माण में अपना सब कुछ गवाने के बाद हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के तंगलोह गांव में बसे लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। जहां हालत यह है कि 70 साल से गांव के लिए सड़क तक नहीं है। गांव के लड़कों-लड़कियों से इसी कारण लोग शादी करवाने से कतराते हैं।

शादी

 

बता दें की दूसरों का घर रोशन करने वाले तंगलोह गांव के लोगों का अपना जीवन अंधकार में है। अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे पीठ पर उठाकर सड़क तक लाना पड़ता है। कोई रात को बीमार होता है तो उसे अस्पताल भी नहीं पहुंचाया जा सकता है। रास्ता संकरा है और क्षेत्र में तेंदुओं का खतरा है।

देश-विदेश घूमने वाले कभी अपने संसदीय क्षेत्र के एक भी गांव नहीं गए: प्रियंका

दरअसल स्थानीय लोगों का कहना हैं कि गांव तीनों ओर से गोबिंद सागर झील से घिरा हुआ है।भाखड़ा बांध बनने से बेघर हुए लोगों को आज दिन तक सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है। बरठीं के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार वर्मा के अनुसार स्थानीय लोग जमीन देने के लिए सहमत हों तो विभाग गांव के लिए सड़क निर्माण का प्रयास करेगा।

देखा जाये तो डाहाड़ पंचायत की प्रधान इंद्रा देवी का कहना है कि गांव में मूलभूत सुविधाएं न होने से क्षेत्र में कई युवाओं की शादी टूट चुकी है। गांव में कई लड़के-लड़कियां हैं जिनकी शादी सड़क और अन्य मूलभूत सुविधाएं न होने से नहीं हो पा रही है। अभी भी पंचायत में 10-15 लड़के और लड़कियां ऐसे हैं जिनकी उम्र 30 साल से ऊपर हो गई है। इनकी शादी नहीं हो पा रही है। पंचायत रास्ता बनाने का प्रयास कर रही है।

LIVE TV