
अक्सर माता पिता ये शिकायत करते हैं कि बच्चा दिन भर फोन और लैपटॉप में व्यस्त रहता है। आजकल के माता पिता की सबसे बड़ी परेशानी ‘इंटरनेट गेमिंग पबजी’ बन चुका है।

लेकिन इसे व्यस्त होना नहीं बल्कि बुरी लत का शिकार होना कह सकते हैं। देखा जाए तो इसमें बच्चों की नहीं बदलते समय की गलती है। खेल के मैदानों की जगह नई टेक्नोलॉजी ने ले ली है।
ऐसे में बच्चों के पास यही उपाय बचता है लेकिन किसी चीज को अंधाधुंध बिना कुछ परवाह किए इस्तेमाल करना हर हालत में बुरा होता है। माता-पिता होने के नाते आपका कर्तव्य है कि बच्चों को ऐसी बुरी आदतों से दूर करें। आगे की स्लाइड्स में जाने कैसे।
बच्चे को हो सकती हैं ये समस्याएं –
नींद न आना
हमेशा ऊर्जा की कमी बनी रहना
सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या
दिमाग असल जीवन और काल्पनिक में भ्रमित होना
कमजोर आंखें
दिमागी समस्याएं
गर्दन या मांसपेशियों में सूजन
हमेशा ऊर्जा की कमी बनी रहना
सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या
दिमाग असल जीवन और काल्पनिक में भ्रमित होना
कमजोर आंखें
दिमागी समस्याएं
गर्दन या मांसपेशियों में सूजन
ऐसे छुड़ाएं बच्चों की पबजी खेलने की आदत –
– अगर आपका बच्चा लगातार 4-5 घंटे खेल रहा है, इससे उसकी बाकी चीजें प्रभावित हो रही हैं, उसके व्यवहार में अंतर आ रहा है, तो इसे बुरी लत कहा जा सकता है।
– बच्चे को सीधे खेलने से मना करने की बजाय पबजी से बेहतर और मनोरंजक खेल विकल्प देने का प्रयास करें ।
– अगर आपको लगता है कि उसकी लत सामान्य नहीं है, यह आगे जाकर घातक हो सकती है, तो तुरंत किसी अच्छे मनोचिकित्सक को दिखाएं।
– घर में लगे वाई-फाई की स्पीड कम कर दें। ऐसा होने से उसके इंटरनेट की स्पीड में रुकावट आएगी और खेल में परेशानी होगी। इस तरह बच्चा परेशान होकर खुद ही खेल छोड़ देगा।
– दूसरे ऑनलाइन खेलों के बारे में बताएं। इससे पहले खुद देख लें कि वे पबजी जैसे ना हों और किसी तरह की हानि से मुक्त हों।