गॉल टेस्ट : भारत का दबदबा कायम, पहले दिन श्रीलंका का स्कोर 154/5
गॉल। श्रीलंका के खिलाफ गॉल अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दो दिनों के खेल में भारतीय टीम मेजबानों पर हावी रही है। पहले भारतीय बल्लेबाजों ने श्रीलंका के खिलाफ पहली पारी में 600 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, फिर उसके गेंदबाजों ने श्रीलंकाई टीम की कमर तोड़ दी। दूसरे दिन गुरुवार का खेल खत्म होने तक श्रीलंका ने पहली पारी में 154 रनों पर ही अपने पांच विकेट खो दिए हैं।
गॉल टेस्ट : भारत ने पहली पारी में बनाया 600 रनों का विशाल स्कोर
उसकी तरफ से पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 54) संघर्ष कर रहे हैं। स्टम्प्स तक मैथ्यूज के साथ दिलरुवान परेरा (नाबाद 6) क्रिज पर मौजूद रहे।
भारत ने शिखर धवन (190), चेतेश्वर पुजारा (153) के शतकों और अजिंक्य रहाणे (57), तथा पदार्पण मैच खेल रहे हार्दिक पांड्या (50) के अर्धशतकों की मदद से श्रीलंका के सामने पहली पारी में 600 रनों विशाल स्कोर खड़ा किया है। भारतीय टीम चायकाल से कुछ देर पहले ऑल आउट हुई।
श्रीलंका ने चायकाल तक एक विकेट पर अपने खाते में 38 रन जोड़ लिए थे। दिन के तीसरे और आखिरी सत्र में श्रीलंकाई टीम स्कोर बोर्ड पर 116 रन और जोड़ने में कामयाब रही, लेकिन इस सत्र में उसने चार विकेट गंवाए।
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भारत की तरफ से मोहम्मद शमी को दो विकेट मिले। रवीचंद्रन अश्विन और उमेश यादव को एक-एक सफलता मिली। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ।
उमेश यादव ने श्रीलंका को पहला झटका दिया। उन्होंने दूसरे ओवर में दिमुथ करुणारत्ने (2) को पवेलियन भेज दिया। हालांकि चायकाल तक उपुल थंरागा (64), दानुष्का गुणाथिलका (16) ने कोई और विकेट नहीं गिरने दिया।
लेकिन दिन के तीसरे और अंतिम सत्र में उसने पर चार और विकेट खो दिए। गुणाथिलका को शमी ने धवन के हाथों कैच कराया। वह 68 के कुल स्कोर पर आउट हुए। शमी ने कुशल मेंडिस को खाता भी नहीं खोलने दिया।
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थरंगा भारतीय गेंदबाजों का अच्छा सामना कर रहे थे। उन्होंने मैथ्यूज के साथ पारी को आगे बढ़ाया और टीम को संभालने की कोशिश की। दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर में 57 रनों का इजाफा किया, लेकिन तभी सिली प्वांइट पर खड़े अभिनव मुकुंद ने चुस्ती दिखाई और थरंगा के डिफेंस पर गेंद को जल्दी से छपटा और साहा को दिया, जिन्होंन थरंगा को रन आउट कर पवेलियन भेजा।
अश्विन ने इसके बाद मुकुंद के हाथों निरोशन डिकवेला (8) को कैच करवाते हुए टीम को पांचवीं सफलता दिलाई।
इसस पहले, अपने पहले दिन बुधवार के स्कोर तीन विकेट पर 399 रनों से खेलने उतरी भारतीय टीम ने अपने खाते में 201 रन जोड़े। पहले दिन के नाबाद बल्लेबाज पुजारा और रहाणे ने चौथे विकेट के लिए 137 रनों की शानदार शतकीय साझेदारी करते हुए टीम को 423 के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर नुवान प्रदीप ने पुजारा को विकेट के पीछे खड़े निरोशन डिकवेला के हाथों कैच आउट कर पवेलियन भेजा। पुजारा ने अपनी पारी में 13 चौके लगाए।
पुजारा के आउट होने के तुरंत बाद ही 423 के ही स्कोर पर रहाणे भी लाहेरु कुमारा की गेंद पर दिमुथ करुणारत्ने के हाथों लपके गए।
इसके बाद, अश्विन (47) और रिद्धिमान साहा (16) ने छठे विकेट के लिए 59 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी से टीम का स्कोर 491 तक पहुंचाया। कप्तान रंगना हेराथ ने परेरा के हाथों साहा को कैच आउट कर इस साझेदारी को तोड़ दिया। साहा के रूप में भारतीय टीम का छठा विकेट गिरा।
टीम के खाते में चार रन और ही जुड़ पाए थे कि प्रदीप की गेंद पर अश्विन विकेट के पीछे खड़े डिकवेला के हाथों लपके गए। अश्विन के आउट होने के बाद टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे पांड्या और रवींद्र जड़ेजा (15) ने आठवें विकेट के लिए 22 रन जोड़े थे कि 517 के कुल योग पर प्रदीप ने जड़ेजा को बोल्ड कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
जडेजा के बाद मोहम्मद शमी (30) ने पांड्या के साथ नौवें विकेट लिए 62 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम को 579 के स्कोर तक पहुंचाया, लेकिन इसी स्कोर पर कुमारा ने शमी को आउट कर टीम का नौंवा विकेट भी गिराया।
कुमारा ने ही पांड्या का विकेट लेकर भारतीय पारी का अंत किया।
श्रीलंका के लिए प्रदीप ने सबसे अधिक छह विकेट लिए। कुमारा को तीन और हेराथ को एक सफलता हासिल हुई।