वैज्ञानिक श्रीप्रकाश सिंह ने अपनी पत्नी समेत दोनों बच्चों को उतारा मौत के घाट, वजह जानकर उड़ जाएंगे आपके होश

गुरुग्राम के सेक्टर-50 थाना क्षेत्र के उप्पल साउथ एंड के एस ब्लॉक में रहने वाले वैज्ञानिक श्रीप्रकाश सिंह (55) ने अपनी पत्नी कोमल उर्फ सोनू (52), दोनों बच्चों अदिति (21) और आदित्य (14) की हत्या कर आत्महत्या कर ली। सामूहिक हत्याकांड में सामने आया है कि वैज्ञानिक श्रीप्रकाश ने सबसे पहले अपने जिगर के टुकड़े की हत्या की। इसके बाद एक-एक कर अन्य दो सदस्यों की भी बेरहमी से हत्या कर दी। पढ़िए कैसे वैज्ञानिक ने पूरी वारदात को दिया अंजाम।

गुरुग्राम

गुरुग्राम के उप्पल साउथ एंड में रहने वाले वैज्ञानिक श्रीप्रकाश ने अपने जिगर का टुकड़ा बेटी अदिति से हत्या की शुरूआत की। उन्होंने बेटी के सिर पर हथौड़े से वार कर उसे लहूलुहान कर दिया। उसके बाद उसके सिर व गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया। जिससे उसकी मौत हो गई। अदिति का शव बेड पर पड़ा मिला।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पत्नी कोमल उर्फ सोनू ने यह घटना देखी तो उसने इसका विरोध किया, जिस पर श्रीप्रकाश ने पत्नी सोनू को भी मार दिया। जिसका शव बेड से नीचे पड़ा मिला। घर में होते शोर को सुनकर बेडरूम में सो रहे बेटे आदित्य की नींद खुल गई जिस पर श्रीप्रकाश ने उसे भी मार दिया।

उसका भी शव बेड पर पड़ा मिला। उसे मारने के बाद श्रीप्रकाश ने सुसाइड नोट लिखा और पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को सुसाइड नोट पर 1 जुलाई की तारीख मिली है। इससे यह माना जा रहा है कि श्रीप्रकाश ने पूरी घटना रात 12 बजे के बाद की है। ऐसे में सुसाइड नोट लिखने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। चिकित्सकों को गले से जो फंदा लगा मिला है वह तसल्ली से बनाया हुआ है।

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ऐसे में माना जा रहा है कि श्रीप्रकाश ने सभी को मारकर आत्महत्या करने की योजना पहले से ही बनाई हुई थी। वारदात से पुलिस के मन में यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर श्रीप्रकाश ने बेटी को मारने से ही शुरूआत क्यों की। वहीं, सोमवार दोपहर बाद मेडिकल बोर्ड से चारों शवों का पोस्टमार्टम करवाया गया। बोर्ड में डॉ. पवन चौधरी व डॉ. दीपक माथुर को शामिल किया गया।

शवों के सिर व गर्दन पर हथौड़े तथा धारदार हथियार से अनेक वार किए गए हैं। शवों को देखकर यह माना जा रहा है कि पहले एक ही व्यक्ति की हत्या हुई है। इस पर शोर सुनकर जो-जो कमरे में आते गए उनकी भी हत्या कर दी गई। बाद में खुद ही फंदे पर लटककर जान दी गई है। फिलहाल शव का विसरा लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है।

जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि मृतकों को किसी प्रकार का नशा तो नहीं दिया गया था। प्रारंभिक रिपोर्ट में मौत का कारण सिर व गर्दन पर लगी गंभीर चोटों से अत्यधिक रक्त बहाव के कारण माना जा रहा है।

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