अनानास रक्त के सभी दोषों को करता है दूर…
अनानास सेहत के लिए बेहद गुणकारी होता हैं, चाहे इसका जूस बनाकर पीये या फिर इसको कच्चा खाएं ये सेहत को लाभ ही पहुंचाता हैं। अनानास बतौर फल खने के अलावा रस, शर्बत, मुरब्बा के रूप में भी सेवन किया जाता है।अनन्नास मधुर, तृप्तिकारक और स्फूर्तिदायक फल है।
इसमें कैल्शियम, फाइबर, मैग्रीनशियम और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये पीलिया, उच्च रक्तचाप, यकृत दोष आदि रोगों में लाभकारी होता है।
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अनानास में ब्रोमेलिन नामक एंजाइम भी पाया जाता है, जो प्रोटीन को पचाने, ब्रोंकाइटिस, एब्सेस न्यूमोनिया, गुर्दे का संक्रमण आदि में कार्य करता है। इससे शरीर की प्रतिरेाधक क्षमता भी बढती है।
इससे गले को ठंडक मिलती है साथ ही गले के रोगों से बचाव होता है।शोधों के अनुसार दिन में 3 बार अनन्नास खाने से बढती उम्र के साथ कम होती आंखों की रोशनी का खतरा कम हो जाता है।
अनानास में रक्त के हर दोष को दूर करने की क्षमता है, इसीलिए इसका सेवन करने और लेप लगाने से स्किन में निखार आता है।यदि पेट में अजीर्ण हो तो पके अनन्नास के छोटे-छोटे टुकडे करके सेंधा नमक तथा कालीमिर्च का चूर्ण लगाकर खाने से लाभ मिलता है।
इस प्रकार अनन्नास ग्रहण करने से पेट के कृमि हफ्ते भर में निकल जाते हैं। -अस्थमा के मरीजों को सुबह-दोपहर खाली पेट अनानास का रस लेने से लाभ होता है।