इतनी बड़ी जीत के बाद भी भाजपा को गुजरात राज्यसभा में गंवानी पड़ सकती हैं इतनी सीट
लोकसभा चुनाव के नतीजों ने गुजरात में राज्यसभा की दो सीटें खाली कर दी है. इस वक्त अमित शाह और स्मृति ईरानी गुजरात से राज्यसभा की सांसद है. लोकसभा चुनाव में अमित शाह गांधीनगर लोकसभा सीट से और स्मृति इरानी अमेठी से चुनाव जीती हैं. लोकसभा जाने के लिए अब इन दोनों नेताओं को राज्यसभा से इस्तीफा देना होगा. इसके बाद राज्यसभा की इन सीटों पर फिर से चुनाव होगा. गुजरात में राज्यसभा का एक सीट जीतने के लिए 59 विधायकों का वोट चाहिए.
मौजूदा वक्त में बीजेपी के पास 103 और कांग्रेस के पास 72 विधायक है. अगर अल्पेश ठाकोर अपने दावे के मुताबिक 10 विधायक को भी लेकर जाते हैं तब भी कांग्रेस के पास 62 विधायक रहते हैं. जबकि बीजेपी के 4 विधायक लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं, इसलिए सदन में बीजेपी विधायकों की संख्या 99 हो गई है. इस प्रकार किसी भी हालात में राज्यसभा की एक सीट कांग्रेस के पाले में जाती हुई दिख रही है. इस हालत में ये देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी अपनी दोनों ही राज्यसभा सीट बरकरार रखने के लिए क्या दांव आजमाती है.
गुजरात में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद गुजरात सरकार में फेर बदल के आसार बढ़ गए हैं. चर्चा है कि युवा नेता अल्पेश ठाकोर को बीजेपी सरकार में शामिल किया जा सकता है. इधर रुपानी सरकार के मंत्री परबत पटेल इस बार बनासकांठा से लोकसभा चुनाव जीते हैं. उनके इस्तीफे के बाद खाली हुए मंत्री पद को भरने के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल जरूरी हो गया है.
बता दें कि अल्पेश ठाकोर ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की मदद की है. विजय रुपानी सरकार इसका इनाम अल्पेश ठाकोर को देने जा रही है. माना जा रहा है पाटन जिले के राधनपुर से विधायक अल्पेश ठाकोर को बीजेपी रुपानी कैबिनेट में शामिल कर सकती है.
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रिपोर्ट है कि विजय रुपानी सरकार के कुछ मंत्रियों का विभाग भी बदला जा सकता है. जिन मंत्रियों का पोर्टफोलियो बदले जाने के संभावना है उनमें गुजरात के गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, शिक्षा मंत्री भुपेन्द्रसिंह चुडासमा और उद्योग मंत्री सौरभ पटेल शामिल हैं. वहीं गुजरात में उपचुनाव के बाद बीजेपी की ताकत में इजाफा हुआ है.
2017 के चुनाव में बीजेपी जहां 99 सीटों पर सिमट कर आ गई थी, वहीं लोकसभा चुनाव के साथ उपचुनाव में 4 नेताओं को मिली जीत के बाद विधानसभा में बीजेपी की तादाद 103 हो गई है. ये चारों विधायक चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. इनके नाम हैं आशा पटेल, जवहर चावड़ा, पुरुषोत्तम साबरिया और रावघजी पटेल. उपचुना में चारों को जीत मिली है.
हालांकि बीजेपी के चार विधायकों के सांसद बन जाने से पार्टी को एक बार फिर से चार सीटों पर उपचुनाव में उतरना पड़ेगा. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने चार विधायक को लोकसभा के लिए टिकट दिया था. इनके नाम हैं परबत पटेल, बनासकांठा से एच.एस.पटेल, अहमदाबाद पूर्व से भरतसिंह डाभी पाटन और पंचमहाल से रतन सिंह.
सूत्रों की मानें तो अल्पेश ठाकोर को रुपानी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. वहीं अल्पेश का दावा है कि, कांग्रेस के 15 विधायक उनके साथ हैं. अल्पेश के दावे के मुताबिक ये 15 विधायक कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने को तैयार हैं. हालांकि बीजेपी इस बात का खुलासा नही कर रही है कि अल्पेश ठाकोर बीजेपी ज्वाइन कब करेंगे. इस बीच अल्पेश ठाकोर ने डिप्टी सीएम नितिन पटेल से मुलाकात की है.