कोरोना संकट: WHO के खिलाफ जांच के आदेश, पढ़ें पूरी खबर…

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने तहलका मचा रखा है। सभी देश इसकी गिरफ्त में आ गए है, परन्तु यह खतरनाक वायरस कब और कैसे  फैैला इस पर सभी की अलग -अलग आ रही है। इसके साथ ही ऐसा भी कहा जा रहा है कि चीन के  कई रिपोर्ट्स ने इस इस वायरस के मामलों को छिपाया है। इस को ध्यान में रखते हुए खिलाफ विश्व स्वास्थ्य संगठन के खिलाफ जांचे के आदेश दिया गया हैं और भारत ने भी इस बात का समर्थन किया है।

यूरोपीय संघ (EU) और ऑस्ट्रेलिया ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है और कल WHO की वार्षिक बैठक में इसे रखा जाएगा। इस प्रस्ताव का निशाना चीन को माना जा रहा है और इसमें उसकी भूमिका की भी जांच होगी।

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दिसंबर में वुहान से शुरू हुई थी कोरोना वायरस महामारी-दुनियाभर में तबाही मचा रहा कोरोना वायरस पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था। माना जा रहा है कि ये वायरस चमगादड़ से इंसान या फिर चमगादड़ से किसी दूसरी प्रजाति और फिर उससे इंसान में आया।हालांकि अमेरिका वुहान की एक लैब से वायरस के निकलने का आरोप लगाता रहा है। मामले में चीन पर लापरवाही, अपारदर्शिता और दुनिया को इसके बारे में देरी से चेताने का आरोप है।

WHO पर चीन के हाथों में खेलने का आरोप-वहीं अगर WHO की बात करें तो उस पर चीन के हाथों में खेलने का आरोप है। WHO मध्य जनवरी तक चीन के कहने पर ये कहता रहा कि वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता।WHO ने समय रहते अन्य देशों को वायरस के बारे में नहीं चेताया और इसलिए उड़ानें बंद होने से पहले ही वायरस अन्य देशों में पहुंच चुका था।WHO प्रमुख टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस चीन के समर्थन से ही अध्यक्ष चुने गए थे।

चीन से नाराज हैं दुनियाभर के देश-कोरोना वायरस को शुरूआत में ही काबू पाने में नाकाम रहने और पूरे मामले पर अपारदर्शिता अपनाने के लिए दुनिया के कई बड़े देश चीन से सख्त नाराज हैं और लगातार मामले में चीन की भूमिका की जांच की मांग की जा रही है।

इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया और EU ने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें कोरोना वायरस मामले की निष्पक्ष, स्वतंत्र और व्यापक जांच की मांग की गई है।

दुनिया में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति-दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 47 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 3.15 लाख लोगों की मौत हुई है, वहीं 17.32 लाख को सफल इलाज के बाद उनके घर भेजा जा चुका है।अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है और यहां अब तक कोरोना वायरस के 15 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। देश में लगभग 90,000 लोगों को वायरस के कारण जान गंवानी पड़ी है।

भारत समेत 62 देशों ने किया प्रस्ताव का समर्थन-प्रस्ताव में WHO प्रमुख से कहा गया है, “जल्द से जल्द उचित समय पर और सदस्य देशों के साथ सलाह के बाद एक निष्पक्ष, स्वतंत्र और विस्तृत जांच की चरणबद्ध प्रक्रिया शुरू की जाए।”इस प्रस्ताव को भारत समेत 62 देशों का समर्थन हासिल है और ये पहली बार है जब कोरोना वायरस मामले पर चीन पर बनाए जा रहे दबाव पर भारत का रूख सामने आया है।प्रस्ताव को ब्रिटेन, जापान, कनाडा और दक्षिण कोरिया का भी समर्थन है।

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