कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए सरकार संघीय कोष से निकालेगी
नई दिल्ली। पूरी दुनिया कोरोना वायरस की गिरफ्त में आ चुका है अबतक 117 देश इस महामारी की चपेट में हैं. वहीं 5000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं. कोरोना वायरस को देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को राष्ट्रीय आपातकाल का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही ट्रंप ने इस महामारी से निपटने के लिए संघीय कोष से सरकार को 50 अरब डॉलर की राशि देने की भी घोषणा की है.
कोरोना वायरस राजस्थान के जयपुर के फार्मा बाजार पर कहर बनकर टूट रहा है. दरअसल, चीन से करोड़ों रुपये की दवाएं भारत इंपोर्ट करता है और इसके बाद भारत इसकी मैन्यूफेक्चर कर के एक्सपोर्ट करता करता है. बता दें की चीन से एंटी-बॉयोटिक, पेसमेकर और लाइफ सेविंग्स दवाओं की बड़ी खेफ भारत आती है. लेकिन अब धीरे-धीरे हालात बिगड़ती जा रही है. चीन में कोरोना वायरस की वजह से हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी गई है.
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चीन के साथ ही भारत में भी हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है. ऐसे में व्यापार लगभग थम सा गया है. अब तक करीब 500 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई गई है. फार्मासे जुड़े लोगों का कहना है सरकार को विकल्प तलाशने होंगे नही तो हालात बेहद नाजुक हो जाएंगे. ऐसे में हिंदुस्तान में रफ मेटेरियल बनाने की तैयारी की जाएं या फिर चीनी बाजार के विकल्प के रूप में यूरोप से रफ मेटेरियल मंगवाया जाएं.