कुंभ में संगम तट पर आए तरह-तरह के साधू, कोई हठ-योगी तो कोई सह-योगी
प्रयागराज कुंभ में संगम तट पर इन दिनों साधु-संतों का तांता लगा है और इनके अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं। सब अपनी-अपनी धुन में रमे रहते है।
खास बात तो यह है कि इनके अलग-अलग रूप-रंग यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इनके स्टाइल को कई बार श्रद्धालू कैमरे में कैद करने को आतुर दिखते हैं।
गजब है इनका अंदाज। साधु नागा संगम में डुबकी लगाने के बाद अपनी जटाओ से जल को बिखेरते हुए। यह तस्वीर पहले दिन शाही स्नान की है।
लैपटाॅप वाले नागा साधु। संगम तट पर रहते हुए भी दुनिया से गजब की कनेक्टिविटी हैं इन साधु की। लोग इन्हें देखकर हैरान हो रहे थे।
मेरे लंबे-लंबे केस। पहले शाही स्नान के बाद ये साधु जी इस खास अंदाज में पोज देते हुए।
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साधु का राॅकस्टार अवतार। ये साधु जी कुंभ मेला की आेर एक खास तरह के वाहन से जाते हुए। इस दाैरान इनका अंदाज ही देखते बनता है।
साधु संतों का ये सहयोगी रूप भी देखते बनता है। संगम तट लोगों को अन्न परोसते ये साधु काफी प्रसन्न हो रहे है।
ये ठहरे हठ योगी जी। इन साधु जी को देखिए इन्होंने इन्होंने पिछले 10 सालों से न तो अपनी भुजा मोड़ी है आैर न ही नाखून काटे हैं।
पक्षी वाले बाबा भी काैतूहल का विषय रहे। ये साधु जी अपने सिर पर पक्षी को बैठाकर भ्रमण कराते हुए।
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जटाओ वाले बााबा जी। इन साधु बाबा के बाल लोग पलटकर जरूर देखते हैं। इनकी लंबाई काफी ज्यादा है।
ये नागा साधु शरीर पर भभूत लगाकर भोले बाबा को डमरू बजा-बजाकर प्रसन्न करते हुए।
बाइक वाले बाबा का भी कुंभ मेले में जलवा है। इन्होंने बाइक की नंबर प्लेट पर नागा बाबा लिखा रखा है।
इन साधु बाबा को देखिए जरा। शरीर पर भस्म रमाए, माला आदि से लदे हुए यह साधु चाय पकाते हुए।
रूद्राक्ष वाले नागा साधु। इन्होंने सिर गले व सिर पर काफी ज्यादा रूद्राक्ष पहन रखे हैं। कैमरे से तस्वीर खींचते हुए नागा साधु खुद कैमरे में कैद हो गए।