किसान ने सल्फास खाकर की आत्महत्या

किसानहमीरपुर । बुंदेलखंड क्षेत्र के राठ कोतवाली क्षेत्र के तहत औंता गांव में एक किसान ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। किसान फसल बर्बाद होने से निराश और साहूकारों के कर्ज तले दबा था। ग्राम औंता निवासी 45 वर्षीय रामगोपाल पुत्र दुर्जन प्रजापति के नाम कुल पांच बीघा कृषि भूमि बताई जा रही है। वह खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था, लेकिन कुछ समय से मौसम की मार के कारण खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। किसानों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।

बैंक से लिया था ऋण

औंता निवासी जीतेंद्र ने बताया कि उसके पिता रामगोपाल ने बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर कृषि लागत के लिए इस उम्मीद से ऋण ले लिया कि फसल अच्छी होने पर बैंक का कर्ज चुकता कर दिया जाएगा। लेकिन साल दर साल खेती बर्बाद हो जाने के कारण बैंक सहित साहूकारों का कर्ज उसके सिर पर चढ़ता गया जो छह लाख रुपये तक पहुंच गया।

जितेंद्र ने बताया कि परिवार के भरण-पोषण के लिए उसका पिता मजदूरी करने लगे। मजदूरी से जैसे-तैसे परिवार को भोजन तो नसीब होने लगा, लेकिन ऋण न चुका पाने के कारण साहूकारों का दबाव बढ़ने लगा। वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि रामगोपाल ने अपने बड़े बेटे जितेंद्र का विवाह क्षेत्र के ग्राम अकौना में तय कर दिया था। बारात 7 जुलाई को जानी थी।

जितेंद्र ने बताया कि उसके पिता साहूकारों का बढ़ता दबाव बर्दाश्त नहीं कर सके । शनिवार सुबह शौच क्रिया के बहाने घर के पीछे जाकर सल्फास खा लिया। हालत खराब होने पर परिजन आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां नाजुक हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे झांसी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। झांसी ले जाते वक्त किसान ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

LIVE TV