
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव का समय करीब आने के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कहा कि जरूरी है कि इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुने जाने वाला व्यक्ति संविधान की रक्षा करे। सोनिया ने कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “कुछ ही सप्ताह में हमारे गणतंत्र के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव होगा। आज जैसे हालात हैं, उसमें और भी जरूरी है कि जो भी इस सम्मानित पद पर आसीन हों, वह संविधान की रक्षा करें।”
सोनिया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, अन्य सहकर्मी और मैंने इन उच्च पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों के चयन के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की है।
उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए प्रतिनिधियों के एक उपसमूह का गठन किया गया है।
सोनिया ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कहा, “2019 का चुनाव दूर नहीं है। हमें भारत की उस विचारधारा की रक्षा करने के लिए तैयार रहना चाहिए, जिसे यह सरकार समाप्त करना चाहती है।”
सोनिया ने कहा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए महत्वपूर्ण सबक हैं।
उन्होंने कहा, “ऊर्जावान कार्यकर्ताओं और प्रभावशाली नेतृत्व के साथ हम पंजाब में निवर्तमान राजग सरकार को हरा पाए, लेकिन मणिपुर और गोवा में हम अपनी जीत के बावजूद सरकार बनाने में नाकाम रहे। इस परिणाम से हमें सीख मिलती है कि भाजपा हमसे जनादेश छीनने के लिए अपने अपार संसाधनों और ताकत का इस्तेमाल करेगी, जैसा कि उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में और उससे पहले उत्तराखंड में किया। हम यह फिर से होने नहीं दे सकते।”
सोनिया ने साथ ही पार्टी संगठन को मजबूत करने पर बल दिया।
उन्होंने कहा, “वर्तमान संगठनात्मक चुनाव अत्यंत तीव्रता और ईमानदारी से पूरे किए जाने चाहिए। संगठनात्मक चुनाव के लिए समय निर्धारित किया जा चुका है और इसे सीडब्ल्यूसी के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा।”