कंपनी में ताला लगने के बाद पड़ोसियों को पता चली हकीकत, तहरीर देने के लिए पहुंचे थाने…

 

धोखाधड़ी और जालसाजी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे। अकसर ऐसा होता रहता हैं। ऐसी ही एक खबर आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जहाँ देखते- देखते जो इन्सान साइकिल से चलता था आज करोड़पति बन गया।

घटना उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले धानापुर निवासी सरताज की है। सरताज के घर के लोग पांच साल पहले सामान्य जीवन यापन कर रहे थे। लेकिन पता नहीं सरताज और उसके परिवार के बीच में ऐसा क्या हुआ कि दोनों के रहन-सहन में बदलाव आ गया। मामूली साईकल से चलने वाला सरताज अचानक से चार पहिया लग्जरी वाहन से चलने लगा।

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साल 2017 में एक निजी निवेशक कंपनी इवरग्रीन इंफ्राजोन इंडिया व इवरग्रीन एग्रो मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी चंदौली कार्यालय पर ताला लटकने से लोग उसके घर पहुंचने लगे। तब जाकर पड़ोसियों को सरताज की हकीकत पता लगी। आपको बता दें कि सरताज इन कंपनियों में निदेशक था। भागने से पहले सरताज ने कई लोगों को चेक भी दिए थे, लेकिन वह सारे चेक बाउंस हो गए। वहीं उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए जिले के कई थानों में तहरीर दी गई। पुलिस से बचने के लिए सरताज दूसरे जिलों में रहने लगा।

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धोखा धड़ी और जालसाजी करके सैकड़ों लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले सरताज पकड़ा गया और पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। सरताज के गिरफ्तारी की भनक लगने पर सोमवार को थाने में सैकड़ों लोग पहुंच गए और पुलिस को सरताज के खिलाफ तहरीर दी। साथ ही पुलिस सरताज से जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए हाथ-पांव मार रही है। पुलिस ने उसकी अवैध संपत्ति की जांच भी शुरु कर दी हैं।

सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि सरताज ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई जनपदों में कार्यालय खोले और वहां भी जालसाजी और धोखा धड़ी की घटना को अंजाम दिया। सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि जालसाली करने वाले गिरोह का सरगना सरताज गिरफ्तार हो चुका है। उसके अन्य साथियों को भी बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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