ओबामा से मिलने व्हाइट हाउस पहुंचे मोदी, अहम मुद्दों पर हुई चर्चा

ओबामा-मोदी वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाशिंगटन में व्हाइट हाउस पहुंच चुके हैं। यहां वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से अहम मुलाकात कर रहे हैं। पीएम बनने के बाद मोदी का यह चौथा अमेरिका दौरा है और ओबामा-मोदी की सातवीं मुलाकात।  दो घंटे से ज्यादा चलने वाली इस मुलाकात में अमेरिकी वाइस प्रेसिडेंट जो बिडेन भी उनके साथ होंगे। ओबामा-मोदी इस दौरान कई समझौते होने की संभावना है। जिनमें  डिफेंस, सिक्युरिटी, एनर्जी जैसे सेक्टर में हुए डेवलपमेंट्स का रिव्यू। डिफेंस सेक्टर और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर एग्रीमेंट होंगे।  मोदी, अमेरिकी कंपनियों के CEOs से मुलाकात भी करेंगे ।

एनएसजी सदस्यता पर होगी अहम बात

मोदी-ओबामा की इस मुलाकात में न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप यानी एनएसजी की सदस्यता को लेकर बात हो रही है।  भारत को एमटीसीआर (Missile Technology Control Regime) की सदस्यता भी मिल सकती है.। इसमें जाने के बाद भारत की एनएसजी सदस्यता का रास्ता साफ हो सकता है। ओबामा-मोदी से मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा होगी ।

ओबामा-मोदी मुलाकात में होंगे अहम समझौते

ओबामा-मोदी की इस मुलाकात में क्लाइमेट चेंज और क्लीन एनर्जी पार्टनरशिप, सिक्युरिटी और डिफेंस को-ऑपरेशन,इकोनॉमिक ग्रोथ, ईंधन भरने और मरम्मत के लिए अमेरिकी विमान भारतीय ठिकानों का इस्तेमाल कर सकेंगे। भारतीय सैन्य विमान भी अमेरिकी ठिकानों का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके अलावा न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप की मेंबरशिप के लिए भारत 12 मई को अप्लाई कर चुका है। हालांकि, इसे लेकर पहले पाकिस्तान ने चीन की मदद से अड़ंगा लगा दिया था।  मेक्सिको और स्विट्जरलैंड एनएसजी के मेंबर्स हैं। माना जा रहा है कि न्यूक्लियर क्लब के लिए सपोर्ट जुटाना ही दोनों देशों का दौरा अचानक तय होने के पीछे का मकसद है।  एनएसजी में भारत को मेंबरशिप मिलने से उसके दूसरे देशों के साथ कारोबार के रास्ते खुल जाएंगे।

अमेरिका ने भारत को लौटाईं 660 करोड़ की मूर्तियां

ब्लेयर हाउस में हुए एक प्रोग्राम में अमेरिका ने 200 ज्यादा मूर्तियां भारत को लौटाईं। ये मूर्तियां चोरी होकर विदेश में बेच दी गई थीं।  अमेरिका द्वारा लौटाई गई मूर्तियों की कुल कीमत करीब 100 मिलियन डॉलर(660 करोड़ रुपए) है।  मोदी ने इस मौके पर कहा, ”कुल लोगों के लिए ये केवल पैसों की बात हो सकती है। लेकिन यूएस के लिए ये उससे कहीं ज्यादा है। ये हमारे कल्चर और हैरिटेज का हिस्सी है।”  इनमें देवी-देवताओं की कुछ मूर्तियां ब्रॉन्ज और टेरा-कोटा की हैं। कुछ ऐसे स्टैचू भी हैं जो 2 हजार साल से ज्यादा पुराने हैं।  इन मूर्तियों को भारत के प्राचीन और फेमस धार्मिक स्थानों से चुराया गया था। इनमें चेन्नई के सिवन मंदिर से चुराई गई संत मानिकविच्वकर की मूर्ति भी है। जो चोल काल (850 ईसा पश्चात से 1250 ईसा पश्चात) के तमिल कवि थे। इसकी कीमत करीब 10 करोड़ है।  अमेरिका के होम सिक्युरिटी मिनिस्टर जेह जॉनसन के मुताबिक मोदी को लौटाई गई अधिकतर मूर्तियां ‘ऑपरेशन हिडन आइडल’ के दौरान बरामद की गई थीं। यह जांच 2007 में शुरू हुई थी। इस मामले में आर्ट ऑफ द पास्ट गैलरी का मालिक सुभाष कपूर हिरासत में लिया गया था। उस पर भारत में मुकदमा चल रहा है।

140 घंटे, पांच देश और 33 हजार किमी का सफर

नरेंद्र मोदी के मौजूदा फॉरेन टूर के दौरान उनका टाइम मैनेजमेंट फिर चर्चा में है। वे 6 दिन की इस ट्रिप को करीब 140 घंटे में पूरा करने वाले हैं, मोदी अफगानिस्तान, कतर और स्विट्जरलैंड के दौरे के बाद मंगलवार सुबह वॉशिंगटन डीसी पहुंचे। अमेरिका में वे करीब 48 घंटे बिताएंगे। इसके बाद मेक्सिको जाएंगे। मोदी पिछले दो साल में 40 देशों का दौरा कर चुके हैं। मोदी ने अपने पिछले दौरों की तरह ही ट्रैवलिंग के दौरान होटल में रात गुजारने के बजाय फ्लाइट में ही सोने का फैसला किया। इस दौरे में भी उनकी यही स्टाइल दिख रही है। उन्होंने अपना दौरा 4 जून को अफगानिस्तान से शुरू किया था।  मोदी के 5 देशों के दौरे में करीब 45 मीटिंगें तय की गई हैं। पीएमओ के एक सीनियर अफसर के मुताबिक, यह पीएम के सबसे बिजी दौरों में से एक है। रोजाना एक के बाद एक 8 से 9 मीटिंग शेड्यूल की गईं। सुबह 9.45 बजे मोदी दिल्ली से अफगानिस्तान रवाना हुए।  दोपहर 12.30 बजे हेरात एयरपोर्ट पहुंचे।  यहां करीब 4 घंटे रुके। 1700 करोड़ की लागत से बने सलमा डैम का इनॉगरेशन किया।  इस दौरान उनके साथ अफगानिस्तान के प्रेसिडेंट अशरफ गनी से मुलाकात की।  मोदी हेरात से शाम 4 बजे कतर के लिए रवाना हुए। उसके बाद शाम 7.18 बजे उनका प्लेन कतर के दोहा एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।  एक रात रुकने के बाद मोदी 5 जून को रात सवा आठ बजे स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हो गए। फिर 6 जून की सुबह 3 बजे वे स्विट्जरलैंड के जेनेवा एयरपोर्ट पहुंचे। इसी दिन दोपहर सवा तीन बजे वे जेनेवा से वॉशिंगटन डीसी के लिए रवाना हुए।  रात 12.45 बजे (इंडियन टाइम) उनका प्लेन वॉशिंगटन डीसी पहुंचा। यहां करीब उनकी 16 मीटिंगें होनी हैं। मोदी यहां करीब 48 घंटे रहेंगे। वाशिंगटन के बाद मोदी 9 जून के मेक्सिको जाएंगे। वे यहां करीब 4 घंटे रुक सकते हैं।

डेविड कैमरन, फ्रांस्वा ओलांद और शी जिनपिंग की कैटेगिरी में मोदी

नरेंद्र मोदी इस स्टेट विजिट के साथ डेविड कैमरन, फ्रांस्वा ओलांद और शी जिनपिंग जैसे उन नेताओं की कैटेगिरी में आ गए हैं जो ओबामा के मेहमान बने हैं। मोदी से पहले शी जिनपिंग सितंबर 2015 में यूएस स्टेट विजिट पर गए थे। फरवरी 2014 में फ्रांस के प्रेसिडेंट फ्रांस्वा ओलांद भी यूएस स्टेट विजिट पर आए थे। इनके अलावा डेविड कैमरन, शिंजो आबे, हू जिंताओ जैसे नेता स्टेट विजिट पर यूएस आ चुके हैं।

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