
लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के परीक्षार्थियों ने रिजल्ट घोषित किए जाने की मांग को लेकर रविवार को लखनऊ स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना दिया। परीक्षार्थियों का कहना है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से आश्वासन मिलने के बावजूद रिजल्ट घोषित नहीं किया जा रहा है, जिससे उनका समय नाहक बर्बाद हो रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो उनका धरना अनिश्चितकालीन धरने में तब्दील हो जाएगा।
परीक्षार्थियों ने बताया, “वर्ष 2013 की भर्ती की परीक्षा काफी विरोध प्रदर्शन के बाद 2016 में कराई गई थी, लेकिन उसका रिजल्ट रविवार तक घोषित नहीं किया गया। 2007 की परीक्षा का रिजल्ट 2011, 2008 की परीक्षा का रिजल्ट 2014 और 2011 की परीक्षा का रिजल्ट 2016 में घोषित किया गया था।”
नाम न बताते हुए परीक्षार्थियों ने कहा कि एक महीना पहले उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा।
परीक्षार्थियों ने लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वे अपनी मांगों को लेकर उनसे मिले तो उन्होंने इस बात का हवाला दिया कि ‘राज्य अभियंता सेवा की कापियों को जांचने के लिए हमारे पास एक्सपर्ट ही नहीं है और बाहर से एक्सपर्ट बुलाने के लिए हमारे पास बजट नहीं है।’
परीक्षार्थियों का कहना है कि लोक सेवा आयोग पहले भी अभियंत्रण सेवा के छात्रों के साथ भेदभाव करता रहा है।