आज के समय में साइबर अटैक इतने बढ़ गये है , कि इनसे निपटना नामुमकिन सा लगने लगा है । वहीं देखा जाए तो लोग अक्सर ऑनलाइन का इस्तेमाल ज्यादा करते है। चाहे वो ऑनलाइन पेमेंट हो या मनी ट्रान्सफर , इसी के कारण साइबर अटैक जैसी घटनाएं सामने आ रही है।
खबरों की माने तो पिछले कुछ समय से साइबर अटैक की घटनाओं में इजाफा हुआ है। साथ ही एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ही प्लेटफॉर्म से कई मेलवेयर (वायरस) वाले एप्स को भी हटाया गया हैं। वहीं, हैकर्स इन एप्लिकेशन के जरिए लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
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जहां उनका निजी डाटा लीक या चोरी करते हैं। इसके अलावा यूजर्स की जानकारी के बिना उनके अकाउंट से लाखों रुपये निकाल लिए जाते हैं। इस कड़ी में एक नया मामला सामने आया है, जिसमें एक एप से लोगों को चूना लगाया जा रहा हैं।
जहां लोगों को इसका पता भी नहीं चलता हैं। थर्ड पार्टी एप की नजर यूजर्स के बैंक अकाउंट से लेकर ट्रांस्जैक्शन तक पर बनी रहती है। वहीं, रिसर्चर्स ने दावा किया हैं कि इस की-बोर्ड एप के जरिए करीब 1.4 करोड़ थर्ड पार्टी रिक्वेस्ट ऑपरेट हुई हैं। आपको बता दें कि इन थर्ड पार्टी एप्स को सिक्योर डी प्लेटफॉर्म से ब्लॉक किया गया है।
वहीं रिसर्च में सामने आया हैं कि स की-बोर्ड एप से करीब एक लाख फोन प्रभावित हुए हैं। वहीं, सर्च इंजन कंपनी गूगल ने इस एप को जून में ही डिलीट कर दिया था, लेकिन अब भी कुछ यूजर्स इस एप को इस्तेमाल कर रहे हैं। यदि आपके फोन में भी यह एप डाउनलोड है, तो इसे तुरंत इसको डिलीट कर दें।
आपके फोन में भी इस तरह के एप इंस्टॉल है, तो तुरंत इन एप पर लॉन्ग टैप कर अनइंस्टॉल करें। अगर ये एप्स डिलीट नहीं होते हैं, तो आप सेटिंग में एप के विकल्प में जाकर डिलीट कर सकेंगे। इसके अलावा आप डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए एंटी वायरस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
दरअसल सर्च इंजन कंपनी गूगल ने अक्टूबर में Feel Camera HD, Filter Photo Frame, Lens Flares, Magic Effect, QR Code Scanner, Super Mark, Photo Effect Pro, Art Filter, Lie Detector prank, New Hair Fashion और Smart Magnifier Pro जैसे एप्स को प्ले स्टोर से हटाया था।