इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना, राज्यापाल को सौंपा ज्ञापन

रिपोर्ट – लोकेश त्रिपाठी

अमेठी – उत्तर प्रदेश में आर्थिक संकटों से घिरे किसानों पर पहले बिजली, पानी, खाद इत्यादि की निरंतर बढ़ती महंगाई से उत्पन्न परेशानी के साथ आवारा पशुओं से लाचार किसानों पर पराली जलाए जाने संबंधी दोहरी मार एवं गन्ना किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आज अमेठी जनपद के कॉन्ग्रेस पार्टी ने धरना प्रदर्शन करते हुए महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव को सौंपा।

इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने देश और प्रदेश की सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि हर जगह अराजकता व्याप्त है बीजेपी की सरकार में महिला एवं किसान कतई सुरक्षित नहीं है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेश पार्टी के विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह तथा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल की अगुवाई में सैकड़ों कांग्रेसी कांग्रेस कार्यालय से हाथों में पार्टी का झंडा लिए हुए निकल पड़े। कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज से कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए पहुंचे ।

जहां पर कलेक्ट्रेट परिसर में सभी कांग्रेसी धरने पर बैठ गए। तत्पश्चात जिलाधिकारी के मार्फत अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव ने पहुंचकर जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल से ज्ञापन लिया और जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से महामहिम राज्यपाल तक पहुंचाए जाने के लिए आश्वस्त किया । इस ज्ञापन में जिला कांग्रेस कमेटी ने महामहिम महामहिम राज्यपाल से मांग करते मांग करते हुए कहा है कि जनपद का किसान बिजली पानी खाद तथा निरंतर बढ़ती महंगाई से पहले ही परेशान है ।

फसल की उपज का पर्याप्त संसाधन न प्राप्त होने के कारण और आवारा पशुओं के कारण लगातार लागत लगाने के बाद भी पूरी फसल नहीं प्राप्त हो रही है । ऐसे में किसान आर्थिक संकटों से गिरा हुआ है । जिसमें वर्तमान समय में पराली और गन्ना किसानों ने शासन प्रशासन से उचित समाधान की अपेक्षा की है। जिसमें सर्वप्रथम यह है कि वर्तमान समय में किसान आर्थिक संकटों से घिरा हुआ है।

इसके बावजूद किसानों पर पराली संकट बना हुआ है । जिसे जलाने के अलावा उसके पास अन्य कोई उपाय नहीं है। पराली की समस्या से निजात के लिए किसानों से पराली खरीदने का मार्ग सरकार द्वारा प्रशस्त किया जाए। जिले में पराली जलाने वाले जिन किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं। उन मुकदमों को सरकार वापस ले और जिन किसानों को जेल हुई है उन्हें रिहा किया जाए तथा जुर्माना माफ किया जाए ।

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दूसरा गन्ने का समर्थन मूल्य ₹450 प्रति कुंतल किया जाए और किसानों का बकाया भुगतान अति शीघ्र कराया जाए । यदि हम कांग्रेसियों की यह मांगे नहीं पूरी की जाती हैं। और समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में व्यापक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

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