
पाकिस्तान के सैन्य कमान ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर को देश का पहला रक्षा बल प्रमुख (सीडीएफ) नियुक्त किया।

पाकिस्तान के सैन्य कमान ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने गुरुवार को सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर को देश का पहला रक्षा बल प्रमुख (सीडीएफ) नियुक्त किया। इस तरह उन्हें नवसृजित पद पर पांच वर्ष का कार्यकाल मिलेगा। मुनीर की पदोन्नति 12 नवंबर को 27वें संविधान संशोधन के अनुमोदन के बाद हुई है। यह एक ऐसा सुधार है जिसका उद्देश्य सैन्य निर्णय लेने की प्रक्रिया में समन्वय स्थापित करना और सेना, नौसेना और वायु सेना में अधिकारों को समेकित करना है। यह संशोधन दशकों पुराने ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) के अध्यक्ष पद की जगह लेता है, जो 27 नवंबर को जनरल साहिर शमशाद मिर्जा की सेवानिवृत्ति के बाद समाप्त हो गया था।
राष्ट्रपति ज़रदारी ने प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की सलाह पर इस नियुक्ति को औपचारिक रूप दिया। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी कर मुनीर को पदभार ग्रहण करने पर अपनी “शुभकामनाएँ” दीं। इस घोषणा के साथ ही एयर चीफ मार्शल ज़हीर अहमद बाबर सिद्धू को दो साल का सेवा विस्तार देने के सरकार के फ़ैसले की भी पुष्टि हुई। सिद्धू अपना मौजूदा कार्यकाल पूरा करने के बाद मार्च 2026 से वायुसेना प्रमुख के पद पर बने रहेंगे। प्रधानमंत्री शरीफ़ ने भी इस सेवा विस्तार को अलग से मंज़ूरी दे दी है।
मुनीर की नियुक्ति इस साल की शुरुआत में भारत के साथ पाकिस्तान के संक्षिप्त लेकिन तीव्र टकराव के बाद हुई है। मई में चार दिनों तक चले हमलों का दौर—भारत प्रशासित कश्मीर में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाने का दावा करने के बाद शुरू हुआ—हाल के वर्षों में सबसे तेज़ तनावों में से एक था। स्थिति तभी शांत हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि दोनों देश पूर्ण युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं, जो तब से बरकरार है।





