आरएसएस ने बीजेपी से पूछा, वरुण को क्यों नहीं बना रहे यूपी में सीएम कैंडिडेट

आरएसएसनई दिल्‍ली। उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने मुख्‍यमंत्री उम्‍मीदवार के चेहरे पर पूरी तरह से सस्‍पेंस बनाए हुए है। अब तक बीजेपी के संभावित सीएम कैंडिडेट माने जा रहे कुछ चेहरों पर अब संदेह की स्थिति उत्‍पन्‍न हो गई है। सुल्‍तानपुर से सांसद वरुण गांधी का नाम सीएम कैंडिडेट की लिस्‍ट में था लेकिन बीते दिनों कुछ ऐसा घटनाक्रम घटा जिसके बाद उनके नाम पर संदेह पैदा हो गया।

आरएसएस का सवाल

वरुण गांधी के नाम पर अब बीजेपी से आरएसएस ने सवाल किए हैं। भाजपा को संघ ने साफ पूछा है कि वरुण जैसे युवा और लोकप्रिय नेता के होते हुए पार्टी उन्हें आगे कर चुनाव लडऩे का फैसला करने में देर क्यों कर रही है। इससे पहले इलाहबाद में हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में संघ ने भेजे अपने संदेश में वरुण का जिक्र किया था।

वहीं संघ सूत्रों के हवाले से खबर है कि संघ और भाजपा ने उत्तर प्रदेश के 42 जिलों में चेहरे को लेकर एक आंतरिक सर्वे करवाया था। इस सर्वे में वरुण गांधी को 50 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहली पंसद बताया था। वहीं इस सर्वे में राजनाथ को 32 प्रतिशत, कल्याण सिंह को 10 प्रतिशत तथा योगी आदित्यनाथ और उमा भारती जैसे नेता को सिर्फ तीन प्रतिशत लोगों ने ही मुख्यमंत्री के रूप में देखना पंसद किया था।

इस सर्वे के बाद से ही संघ ने बीजेपी के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। सूत्र को कहना है कि पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह ने वरुण गांधी से इस विषय पर दो बार लंबी चर्चा की है। वहीं कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरुण को बुलाकर चर्चा की थी और इसके बाद ही मोदी के कहने पर शाह ने वरुण का मन टटोलने की कोशिश की।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में बीजेपी के सीएम कैंडिडेट पर सितंबर माह के पहले हफ्ते में भाजपा और संघ के रणनीतिकारों की समन्‍वय बैठक की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में चेहरे को लेकर अंतिम फैसला हो सकता है। वहीं इससे पहले बीजेपी अध्‍यक्ष ने भी कहा था कि वह चेहरे का ऐलान नवंबर माह तक करेंगे।

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