आखिर क्यों एक पेड़ है सालों से कैद, अगर हो गया आजाद तो तो नहीं होगी खैर…

इंसानों की गिरफ्तारी होना आम बात है, लेकिन क्या कभी किसी पेड़ की गिरफ्तारी की बात सुनी है? आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे मे बताएंगे जो एक दो दिन या महिनों से नहीं बल्कि 118 सालों से जंजीरों में गिरफ्तार है।

यह पेड़ पाकिस्तान के खैबर में स्थित है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में मौजूद ये बरगद का पुराना पेड़ पिछले 118 सालों से जंजीरों में कैद है।

आखिर क्यों एक पेड़ है सालों से कैद

यह पेड़ लांडी कोटल आर्मी में लगा है। 1898 में गिरफ्तार किए गए इस पेड़ के पीछे की कहानी बड़ी मजेदार और हैरान कर देने वाली है।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक दिन ब्रिटिश अफसर जेम्स स्क्वेड टहल रहे थे। जेम्स ने शराब पी रखी थी। शराब के नशे में चूर जेम्स उस बरगद के पेड़ के पास से गुजरे तो उन्हें लगा कि वह बरगद का पेड़ उनकी ओर आ रहा है।

नशे की हालत में जब वह इस बरगद के पेड़ के नजदीक पहुंचे तो उन्हें आभास हुआ कि ये पेड़ उनकी ओर बढ़ रहा है। इसके चलते जेम्स को पेड़ से डर लगने लगा। फिर क्या था उन्होनें उसी बक्त अपने सैनिकों को पेड़ को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया।

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जेम्स की बात मानते हुए सैनिकों ने बरगद के पेड को जंजीरों से बांधकर गिरफ्तार कर लिया। बस तभी से यह पेड़ जंजीरों में जकड़ा हुआ है।

इस पेड़ को साल 1898 में जंजीरों में गिरफ्तार किया गया था। अब यह पेड़ लोकल लोगों के लिए एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया है।

लोग दूर-दूर से इस पेड़ को देखने आते हैं। पेड़ पर लटती मोटी मोटी जंजीरें आज भी आप यहां देख सकते हैं।

इसके साथ ही पेड़ पर एक बोर्ड भी लटका हुआ है जिसमें लिखा है “आई एम अंडर अरेस्ट”।

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