
इस्तांबुल। तुर्की के इस्तांबुल शहर में नये साल की पूर्व संध्या पर नाइट क्लब में हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस ने ली। इस हमले में 39 लोग मारे गए थे। सोशल मीडिया पर जिहादी समूह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि खलीफा सैनिकों ने रीना नाइट क्लब पर हमला किया था।
बता दें कि तुर्की के शहर इस्तांबुल में रविवार तड़के प्रसिद्ध नाइट क्लब में नए साल की पार्टी के दौरान एक बंदूकधारी ने गोलीबारी कर 39 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और 69 अन्य को घायल कर दिया था। सूचना के मुताबिक हमलावर अकेला था। उसने कोट और पैंट पहन रखी थी, जब वह अंदर दाखिल हुआ। घायलों में सऊदी अरब, मोरक्को, लेबनान और लीबिया के नागरिक शामिल थे।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने हमले की निंदा की थी। उन्होने बताया कि रेइना नाइटक्लब में गोलीबारी तुर्की में नववर्ष के आगमन के महज 75 मिनट बाद हुई थी। पिछला साल भी तुर्की के लिए रक्तपात का रहा था, उसमें भी सैकड़ों लोग मारे गए थे। हमलों के लिए कुर्द आतंकवादियों और जिहादियों को दोषी ठहराया गया था। पिछले साल तुर्की में खूनी तख्तापलट का प्रयास भी हुआ था जो विफल हो गया था। तुर्की के अधिकारियों ने बताया कि रेइना क्लब में हमलावर ने प्रवेश द्वार पर खड़े एक पुलिस कर्मी और एक असैन्य नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर लोगों के ऊपर अंधाधुंध गोलियां बरसायी। रेइना क्लब में घटना के वक्त तकरीबन 700 लोग नववर्ष का जश्न मना रहे थे।