ब्रह्मपुत्र पर पुल का नाम अहोम साम्राज्य के संस्थापक के नाम पर रखने की मांग
डिब्रूगढ़| डिब्रूगढ़ के समीप बोगीबील में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने रेल-सड़क पुल का नाम असम के पूर्व अहोम साम्राज्य के संस्थापक छाओलुंग सिउ-का-फा के नाम पर रखने की मांग उठ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पुल का उद्घाटन 25 दिसंबर को करेंगे। मोदी को भेज गए एक ज्ञापन में ऑल असम अहोम सभा की डिब्रूगढ़ जिला समिति ने कहा है कि पुल का नाम सिउ-का-फा के नाम पर रखा जाना चाहिए, जिन्हें ‘बोर अक्सोम (एकीकृत असम) या सेवेन सिस्टर एंड द अक्सोमिया सोसायटी’ के संस्थापक के रूप में बताया जाता है। इस ज्ञापन की एक प्रति आईएएनएस के पास है।
ज्ञापन में कहा गया है, “सिउ-का-फा ने समावेशी सह-अस्तित्व और मानवता की नीति पर एक राज्य स्थापित किया, जो आगे जाकर एक महान असम समाज के गठन का आधार बना।”
ज्ञापन के मुताबिक, सिउ-का-फा के उत्तराधिकारियों ने उनके मार्ग का पालन किया और मानव विविधता कैसे मौजूद रखी जा सकती है, इसका प्रदर्शन किया और प्रसिद्ध सरायघाट की लड़ाई (1671) में मुगल जैसे दुश्मनों का सामना किया और उन्हें हराया।
सिउ-का-फा को भारत के दक्षिणपूर्व एशिया के साथ ऐतिहासिक जुड़ाव का प्रतीक बताते हुए ज्ञापन में कहा गया कि भारत की एक्ट ईस्ट नीति के उद्देश्यों के प्राप्ति की दिशा में इस संबंध का लाभ उठाना महत्वपूर्ण होगा।
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ज्ञापन की प्रतियां रेल मंत्री पीयूष गोयल, सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल सहित अन्य लोगों को भी भेजी गई हैं।