अलोंग बेहद खूबसूरत घाटियों वाला शहर,एक बार जाएंगे तो वापस आने का मन नहींं करेगा!

अरुणाचल प्रदेश।कोरोना वायरस की महामारी की वजह से अभी तो सभी घरों में कैद हुए हैं,लेकिन इसके समाप्त होते ही सभी का मन होगा बाहर घूमने का। तो आज हम आपको लाए हैं अरुणाचल प्रदेश के उस छोटे से गांव में जो बेहद ही खूबसूरत है। इसके साथ ही यहां पर घूमनें वालों की संख्या अधिक होती हैं।सियांग जिले के पहाड़ों  बीच में बसा एक छोटा सा बसा हुआ हैं।

अरुणाचल प्रदेश

अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास सियांग नदी की दो सहायक नदी योमगो और सीपू के किनारे पर स्थित है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई करीब 300 मीटर है। अलोंग की प्राकृतिक सुंदरता बेजोड़ है। यहां के पहाड़ों की शांत और स्थिर घाटियां आपको प्रकृति से रू-ब-रू कराती नजर आएंगी। पश्चिमी सियांग जिले का मुख्यालय होने के साथ-साथ अलोंग ट्रेकिंग, रीवर राफ्टिंग और हाइकिंग के लिए भी एक आदर्श जगह है। इसके अलावा अलोंग बेंत और बांस के उत्पादों के लिए भी जाना जाता है। साथ ही इस क्षेत्र के जनजातिय लोगों द्वारा बनाए गए हैंडलूम उत्पाद जैसे शाल, जैकेट और बैग भी काफी लोकप्रिय हैं।

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अलोंग और आसपास के पर्यटन स्थल अलोंग और इसके आसपास कई छोटे-बड़े पर्यटन स्थल हैं। पातुम ब्रिज, हैंगिंग ब्रिज, मेचुका की घाटी, अकाशीगंगा मंदिर, डोनियो मंदिर, मिथुन और जर्सी क्रॉस ब्रीडिंग फर्म, पुवक घाट, मालिनीथान, रामकृष्ण आश्रम और कमकी हाइड्रोपॉवर डैम यहां के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं। यहां का आर्किड रिजर्व फॉरेस्ट भी एक प्रमुख आकर्षण हैं। इस रिजर्व में आर्किड की विशाल प्रजातियों के साथ उन्हें भी रखा गया है, जो बेहद दुर्लभ और संकटग्रस्त है। मौसम अलोंग की जलवायु सबट्रॉपिकल है। गर्मी के मौसम में यहां काफी उमस रहती है,वहीं ठंड का मौसम काफी खुशगवार होता है। इस क्षेत्र में कभी-कभी बर्फबारी भी होती है।

घूमने का सबसे- अच्छा समय सितंबर से जनवरी के बीच का समय अलोंग घूमने के लिए सबसे अच्छा रहता है।

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