अब मरीजों का इलाज किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में आसानी से हो सकेगा…
reporter – awanish kumar
place – lucknow
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में अब मरीजों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। अब मरीजों के लिए फैमिली मेडिसिन विभाग है जो मरीजों के पंजीकरण के बाद स्वास्थ्य का परिक्षण करेंगे और उनके बीमारी से सम्बंधित विभाग को रेफर करेंगे।
केजीएमयू उत्तर प्रदेश में इस तरह की व्यवस्था करने वाला पहला संस्थान होगा। फैमिली मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष बनाये गए डॉ नरसिंह वर्मा ने बताया कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद की स्थिति यह होगी कि मरीज जब परचा बनवायेगा उसके बाद सर्जरी वाले मरीजों को छोड़कर शेष दवाओं से इलाज वाले रोगों के मरीजों को सबसे पहले नये स्थापित हो रहे फैमिली मेडिसिन विभाग की ओपीडी में भेजा जायेगा।
मरीजों को जल्दी उपचार के लिए यहां सीनियर चिकित्सकों की देखरेख में रेजीडेंट चिकित्सकों के आठ काउंटर बनाये जायेंगे, हर काउंटर पर एक रेजीडेंट चिकित्सक मौजूद रहेगा। रेजीडेंट चिकित्सक इन मरीजों को देखेंगे अगर मरीज को साधारण बीमारी है तो उन्हें दवा वहीं से लिख दी जायेगी और अगर किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता है तो उसे उसकी बीमारी से सम्बन्धित विशेषज्ञ के पास भेज दिया जायेगा।
एक अनुमान के अनुसार केजीएमयू में लगभग 40 फीसदी मरीज ऐसे आते हैं जिन्हें विशेषज्ञ की जरूरत नहीं होती है, उनका इलाज एमबीबीएस डॉक्टर भी कर सकते हैं। इस तरह से 40 फीसदी मरीजों का उपचार इन रेजीडेंट्स चिकित्सकों की ओर से करने से जहां इन मरीजों को लम्बी लाइनों से निजात मिलेगी वहीं विशेषज्ञों के पास दिखाने वाले मरीजों को भी लम्बी लाइनों में इंतजार नहीं करना पड़ेगा।