हरिद्वार अब सीएम की बेटी के नाम, कांग्रेसियों को बसपा का ही सहारा
हरिद्वार। उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत इन दिनों राजनीति में अपनी जड़ें मजबूत कर रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले हरिद्वार ग्रामीण सीट पर उन्होंने दावा ठोंका है, जिससे इस सीट पर कांग्रेस के अन्य दावेदारों की नींद उड़ गयी है।
अनुपमा रावत से खफा है वरिष्ठ कांग्रेसी
अनुपमा हरिद्वार ग्रामीण सीट पर जोरदार प्रचार-प्रसार कर रही हैं। साथ ही वे रोजाना क्षेत्र की जनता से मुलाकात भी कर रही हैं। अनुपमा की इस सक्रियता से कांग्रेस टिकट के दावेदारों में अफरातफरी की स्थिति है। कई दावेदार दूसरे दलों में अपना राजनीतिक भविष्य तलाशने में जुटे हुए हैं। इतना नहीं कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके एक दावेदार तो बसपा में जाने की तैयारी में है।
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हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत के अलावा पिछली बार चुनाव लड़ चुके इरशाद अंसारी, वरिष्ठ नेता हनीफ अंसारी एडवोकेट, धर्मेंद्र अंबूवाला जैसे कई दावेदार टिकट की लाइन में हैं। लेकिन अनुपमा रावत की सक्रियता से बाकी दावेदारों को टिकट मिलना नामुमकिन सा लग रहा है। इसलिए कई दावेदार इस समय बसपा नेताओं के संपर्क में हैं। जबकि इस सीट पर बसपा में पहले से मुकर्रम अंसारी व जयंत चौहान टिकट के प्रबल दावेदार हैं।
इसके बावजूद कुछ कांग्रेसी दावेदारी सीधे बसपा हाईकमान से जोड़-जुगत लगाने में जुटे हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस के एक दावेदार ने तो बसपा ज्वाइन करने की पूरी तैयारी कर ली है। पूरी विधानसभा क्षेत्र में इसकी चर्चा जोरों पर है।
अनुपमा रावत की दावेदारी से मची इस अफरातफरी से पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी भी खफा हैं। अंदरखाने यह भी चर्चा है कि अनुपमा की चुनावी महत्वकांक्षा कहीं कांग्रेस के लिए भारी न पड़ जाए। यह सीट अनुपमा के लिए इस लिए भी महत्वपूर्ण है कि सीएम हरीश रावत स्वयं हरिद्वार से सांसद रहे हैं।
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