अजब है इस शिवलिंग की कहानी, सबको खींच लेता है अपने पास…

शिवलिंग को भगवान शिव का रूप माना जाता है। हिंदू धर्म में शिवलिंग की अपनी अलग महत्ता है, शिवलिंग स्थापित करके उन्हें पूजने का विधान है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के सिरपुर गांव में खुदाई से पुरातत्व विशेषज्ञों को एक शिवलिंग मिला।

इसके संबंध में ये बताया जाता है कि, ये लगभग 2000 साल पुराना है, जो कि विशेष पत्थरों से तैयार किया हुआ है। इसके साथ ही इसकी सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इसमें तुलसी के पत्तों की खुशबू आती है।

शिवलिंग की कहानी

पुरातत्ववेत्ता प्राचीन काल से जुड़ी जानकारियों की तलाश में खुदाई कर रहे थे, तभी उनके हाथ कुछ अलग ही चीज़ लगी। यह एक शिवलिंग था, जो करीब 2000 साल पुराना बताया जा रहा है।

इस शिवलिंग के साथ एक और बात है जो बेहद हैरान कर देने वाली है, वह यह है कि, इसपर जनेऊ तथा शिव-धारियां पहले से ही मौजूद हैं जो अपने आप में हैरान कर देने वाली बात है।

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स्थानीय लोगों की माने तो, कई हजार वर्ष पूर्व इस जगह एक बहुत ही बड़ा मंदिर हुआ करता था।

जिसे पहली शताब्दी में बनवाया गया था। लोगों की माने तो यहां 12वीं शताब्दी में बाढ़ आने से ये मंदिर पूरी तरह से धरती में ही दफन हो गया। बता दें कि, खुदाई के दौरान यहां बहुत शिवलिंग निकले लेकिन जिस शिवलिंग की हम बात कर रहे हैं वो इन सब में सबसे बड़ा है।

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ब्रिटिश पुरातत्ववेत्ता बैडलेर में 1862 के लिखे संस्मरण में एक विशाल शिवमंदिर का जिक्र किया है जिसे इस मंदिर को समझा जाता है।

विभिन्न निष्कर्षों से यह पता चला है कि कई हजार वर्ष पहले यहां एक विशाल मंदिर हुआ करता था। जिसका निर्माण पहली शताब्दी के सरभपुरिया राजाओं द्वारा किया गया था।

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