
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में बीती रात कार व काले रंग की बुलेट पर सवार पांच-छह अज्ञात हमलावरों ने सवारियों से भरी रोडवेज बस को रोककर चालक व परिचालक पर हमला किया। बस पर पथराव से शीशा व गेट क्षतिग्रस्त हो गया। इससे सीबीसीआइडी इंस्पेक्टर के पुत्र समेत चार यात्री घायल हो गए। अयोध्या-बसखारी मार्ग पर करीब आधे घंटे आवागमन बाधित रहा। चालक ने बस भगाकर किसी तरह खुद व यात्रियों की जान बचाई। शिवबाबा के पास चेकिंग कर रहे विभागीय अधिकारी के समक्ष पेश होकर शिकायत दर्ज कराई। घटना के पीछे यात्री बैठाने को लेकर विवाद बताया गया।

ये है पूरा मामला
मामला अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के बैरमपुर बरवां गांव के पास का है। सोमवार की रात चारबाग डिपो की बस सवारियां लेकर आजमगढ़ से लखनऊ जा रही थी। यात्रियों के मुताबिक करीब साढ़े नौ बजे नगर के ओवरब्रिज पर कार व मोटर साइकिल सवार पांच-छह लोगों ने बस को रोका। परिचालक व उक्त लोगों के बीच सवारी बैठाने को लेकर कहासुनी होने पर आरोपित गाली देने लगे। यह देख चालक बस लेकर लखनऊ की तरफ रवाना हो गया। बस शहर से बाहर पहुंची थी। आरोपितों ने बस को ओवरटेक कर अपने वाहन को बीच मार्ग पर खड़ा कर दोबारा रोका। चालक व परिचालक के गेट के पास पहुंचकर गाली देते हुए खिड़की के रास्ते मुक्के से प्रहार करने लगे। चालक व परिचालक अपनी सीट छोड़ बस के अंदर से विरोध किया। वे गेट तोड़कर अंदर पहुंचने का प्रयास करने लगे। लेकिन यात्रियों की सक्रियता से हमलावर सफल नहीं हुए। मौका पाकर चालक बस स्टार्ट कर आगे बढ़ने लगा। इससे गुस्साए हमलावरों ने बस पर चारों तरफ से पथराव कर पीछा किया। चालक के सामने का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। बस में सवार लखनऊ में तैनात सीबीसीआइडी इंस्पेक्टर केशव राम का पुत्र शिव कुमार तथा कन्हैया प्रसाद समेत चार यात्री घायल हुए। देर रात कटेहरी सीएचसी में घायलों का इलाज कराया गया। परिचालक ने अहिरौली थाने पहुंचकर शिकायत की। लेकिन घटना कोतवाली क्षेत्र में होने के कारण अकबरपुर जाने की सलाह दी गई।
पुलिस स्कोर्ट में बस अयोध्या रवाना हुई
दहशतजदा परिचालक व चालक ने अहिरौली थाने पहुंचकर आगे भी खतरे की आशंका जताते हुए बस आगे ले जाने से मना किया। यात्रियों व बस की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस स्कोर्ट में बस को अयोध्या जिले के महराजगंज थाने तक पहुंचाया गया। परिचालक की सहमति पर पुलिस वापस लौटी। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की।
यूपी 112 की टीम मौजूदगी पर सवाल
घटनास्थल से सौ मीटर दूर तथा शिवबाबा के पास यूपी 112 की टीम मौजूद रहती थी। सोमवार को घटना के समय टीम नहीं दिखी। इससे यात्रियों की सुरक्षा के प्रति पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है। यात्रियों ने पीआरबी के टोल फ्री नंबर पर कई बार फोन भी लगाया, लेकिन फोन नहीं लगा।