पानी के अंदर चीन कर रहा दुनिया को मिटाने की तैयारी, अमेरिका भी दे रहा साथ

अंडरवॉटर ऑब्जरवेशन प्लैटफॉर्मनई दिल्ली। काफी लंबे समय से ड्रैगन दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता आ रहा है। इलाके पर दावेदारी को लेकर चीन का मलेशिया, फिलिपीन्स, वियतनाम समेत कुछ और दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों से विवाद चल रहा है। लेकिन इन सब के बीच अब ये खबर आ रही है की चीन इस इलाके में एक अंडरवॉटर ऑब्जरवेशन प्लैटफॉर्म बना रहा है।

अंडरवॉटर प्लैटफॉर्म बनाने के लिए ड्रिलिंग का काम भी शुरू किया जा चुका है। इस ऑब्जरवेशन प्लैटफॉर्म को बनाने के लिए शंघाई टोंगजी यूनिवर्सिटी और इंस्टिट्यूट ऑफ अकूस्टिक मिलकर काम कर रहे हैं। टीम में अमेरिका, फ्रांस, इंटली और जापान के वैज्ञानिक भी शामिल हैं।

चीनी मीडिया के मुताबिक, पहले ड्रिल का काम पूरा हो चुका है जिसमें समुद्रतल से लगभग 3,770 मीटर नीचे तक ड्रिल किया जा चुका है। वहीं दूसरे ड्रिल का काम भी शुरू हो चुका है। चीन पहली बार कोई अंडरवॉटर ऑब्जरवेशन प्लैटफॉर्म बना रहा है जिसके काफी लंबे समय तक टिके रहने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि, अंडरवॉटर ऑब्जरवेशन प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल चीन समुद्र के नीचे फिजिकल, केमिकल और जियोलॉजिकल डायनैमिक्स को मॉनिटर करने के लिए करेगा।

चीन साउथ चाइना सी के लगभग सभी हिस्सों पर अपनी दावेदारी करता रहा है। इस इलाके में तेल और प्राकृतिक गैसों का बड़ा भंडार है और यहां पर समुद्री ट्रैफिक भी अच्छी संख्या में मौजूद है। जिसको लेकर अक्सर चीन विवाद खड़े करता रहता है।

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