हरियाणा चुनाव के नतीजे आने के बाद अमित शाह ने बदल दी बाजी, देखती रह गई कांग्रेस
हरियाणा। हरियाणा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रेस्ट मोड में कहां बैठने वाले थे. चुनावी नतीजों के बीच अमित शाह ने जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला से संपर्क साधा. हालांकि, तब भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार बनाने का ऑफर दिया. साथ ही ये भी खबर आई कि हुड्डा की जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला से दो दिन पहले से बातचीत चल रही है.
हरियाणा में 2 अक्टूबर को वोटिंग हुई और 24 अक्टूबर को नतीजे आए. हालांकि, जब चुनावी नतीजे आए तो कोई भी पार्टी बहुमत के आंकड़े को छू नहीं पाई. ऐसे में कुछ महीने पहले बनी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) किंगमेकर की भूमिका में नजर आने लगी. तब सवाल था कि अब हरियाणा में बीजेपी गठबंधन कर सरकार बनाएगी या कांग्रेस.
75 प्लस सीट जीतने का दावा करने वाली बीजेपी को 40 सीटें मिली और वो बहुमत से भी 6 कदम दूर रही, तो वहीं पहले ही हार मान चुकी कांग्रेस ने भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में 31 सीटें जीतकर राज्य में अपनी स्थिति को सुधारा. तब जातीय समीकरण को लेकर लगभग ये माना जा रहा था कि किंगमेकर पार्टी जेजेपी किसी भी सूरत में बीजेपी को समर्थन नहीं देगी, क्योंकि जेजेपी जाटों की पार्टी मानी जाती है, जबकि बीजेपी गैरजाट राजनीति करती है.
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ऐसे में माना ये जा रहा था कि हुड्डा जेजेपी और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेकर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बना सकते हैं. इस तरह कांग्रेस के लिए सब ठीक ही था, लेकिन बाजी मार गए अमित शाह.
सबसे बड़ी पार्टी के साथ सरकार बनाने का दावा
इस बीच चुनावी चाणक्य और कुशल रणनीतिकार कहे जाने वाले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रेस्ट मोड में कहां बैठने वाले थे. चुनावी नतीजों के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला से संपर्क साधा. हालांकि, तब भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार बनाने का ऑफर दिया. साथ ही ये भी खबर आई कि हुड्डा की जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला से दो दिन पहले से बातचीत चल रही है. इसके बाद लगने लगा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन सकती है. तब बीजेपी ने हरियाणा में सबसे बड़ी पार्टी होने के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया.