
लखनऊ। बसपा से निष्कासित नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने भाजपा में शामिल होने के संकेत दिए है। सूत्रों के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्या और भाजपा में सहमति बन चुकी है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीजेपी अध्यक्ष से मुलाकात की है जिसके बाद पार्टी में शामिल होने की सहमति बनी है। वहीं 8 अगस्त को स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्या छोड़ चुके हैं बसपा
स्वामी प्रसाद ने बसपा छोड़ते वक्त पार्टी की सुप्रमो मायावती पर इल्जाम लगाते हुए कहा था कि मायावती का दलितों से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। मायावती दलितों के नाम पर सिर्फ वोट लेना जानती हैं।
लेकिन जब दलितों के बारे में कुछ करने की बारी आती है तो वो उन्हें भूल जाती हैं। मायावती दलितों को सिर्फ अपना उल्लू साधने के लिए इस्तेमाल करती हैं और उनके वोटों का सौदा करती हैं।
कयासे ये भी लगाई जा रही थी कि शायद वो बसपा से निकलने के बाद समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं लेकिन इन बातों का खंडन करते हुए सपा के कद्दावर नेता आजम खां ने यह कह दिया था कि स्वामी जहां से आए हैं वहीं वापस चले जाए।
जिसके बाद स्वामी ने सपा पर भी जुबानी हमला करना शुरू कर दिया था।
कुछ समय पहले ये भी खबर आई थी कि जन अधिकार मंच के संस्थापक बाबू सिंह कुशवाहा अपनी पार्टी में स्वमी को शामिल करना चाहते है।
कुशवाहा का कहना था कि कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्या उनकी पार्टी जन अधिकार मंच में आना चाहे तो उनका स्वागत है। वे उनके संरक्षण में काम करने को तैयार हैं। यहां तक उन्हें जन अधिकार मंच का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने को भी राजी हैं।