एनडीए में शामिल होते ही अटकी नीतीश की सांसें, कहीं हो न जाए लालू यादव जैसा हाल!

सीएम नीतीश कुमारपटना। एनडीए में शामिल होने से ठीक पहले ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। सीएम नीतीश कुमार ने जिस बात का हवाला देकर उनके पूर्ववर्ती सहयोगी लालू यादव से नाता तोड़ा था अब वही समस्या नीतीश कुमार के साथ भी खड़ी हो गई है। सुशासन बाबू का चोला ओढ़े बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए हाल ही में खुला सृजन घोटाला उनके गले की फांस बनता जा रहा है।

कैसे हुआ ये घोटाला

मामला ये है कि बिहार सरकार ने अपनी योजनाओं को चलाने के लिए जिले के बैंको में फंड रखे थे लेकिन सृजन नाम के एक एनजीओ ने बैंक अधिकारियों की मदद से फर्जी साइन बनाकर सरकारी पैसे का दुरूपयोग किया। इन पैसों के जरिए रियल स्टेट का कारोबार चल रहा था। इसके साथ ही यह पैसा ब्याज पर भी चल रहा था। वहीं इससे जो भी प्राफिट होता था वह सब सृजन के ही खाते में जमा हो रहा था। खबर के मुताबिक यह घोटाला पिछले लगभग आठ सालों से चल रहा है और इससे सरकार को लगभग 2 हजार करोड़ रुपए का चूना लग चुका है।

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इस तरह से हुआ घपला

भागलपुर पुलिस के ने बताया कि यह संस्था दो तरीके से ये काला कारोबार चला रही थी। एक तरीका था स्वीप मोड और दूसरा था चेक मोड। स्वीप मोड के जरिए सरकारी फंड को सरकारी खाते में न जमाकर उसे संस्था के खाते में डाल देते थे। वहीं चेक मोड के जरिए जो भी पैसा बिहार सरकार भागलपुर जिले के सरकारी खातों में जमा कराती थीं। सृजन संस्था उसे जिलाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर के जरिए अगले दिन वह राशि अपने खाते में जमा करवा देती थी।

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कैसे खुला मामला

इस मामले का खुलासा प्रशासन के एक चेक के बाउंस होने से खुला। दरअसल इसी साल जुलाई में भागलपुर प्रशासन ने एक अधिग्रहित जमीन के भुगतान के लिए प्रशासन की ओर से बैंक में चेक लगाया गया तो वह बाउंस हो गया। जिसके बाद भागलपुर डीएम ने इस मामले में केस दर्ज करवाया। वहीं इस मामले के खुलने के बाद लगातार कई बड़े नाम सामने आ रहे हैं और अभी तक कुल 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

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भाजपा भी आई लपेटे में

इस घोटाले के सामने आने के बाद जेडीयू समेत भाजपा पर भी उंगलियां उठने लगी हैं। बता दें कि 2005 से ही बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है और इसी दौरान ये घोटाला हुआ। पूर्व में बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन की सरकार में वित्त मंत्रालय भाजपा नेता सुशील मोदी के जिम्मे था। वहीं इस मामले को लेकर आरजेडी के मुखिया और चारा घोटाले में आरोपी लालू यादव का ने नीतीश कुमार, सुशील मोदी, शाहनवाज हुसैन, गिरिराज किशोर, निशिकांत दुबे और विपिन बिहारी पर आरोप लगाया है।

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