पूर्व NSA का खुलासा : चीन और पाकिस्तान कुछ नहीं बिगाड़ सकते, भारत के सामने बस ये तीन हैं मुश्किलें

 

शिवशंकर मेननवॉशिंगटन| भारत के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने बड़ा खुलासा किया है| उन्होंने पाकिस्तान और चीन नहीं बल्कि सांप्रदायिक एवं सामाजिक हिंसा से पैदा होने वाले खतरे को भारत के लिए सबसे बड़ा सरदर्द बताया है|

मेनन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में, मेरा मानना है कि आंतरिक खतरे ज्यादा अहम हैं| भारत के लिए कोई बाहरी खतरा अहम नहीं है|

शिवशंकर मेनन का खुलासा

उन्होंने कहा कि आजादी के वक़्त बहुत सारे खतरे थे लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं| भारत के अस्तित्व पर कोई बाहरी खतरा नहीं है| हम इससे निपट चुके हैं|

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत में ‘सांप्रदायिक हिंसा, सामाजिक हिंसा, आंतरिक हिंसा’ बढ़ी है| हमें इससे निपटने का तरीका ढूंढने की जरूरत है| भारत की अखंडता के लिए वास्तविक खतरे देश के भीतर से आते हैं| ये ऐसे खतरे हैं, जो लम्बे समय के लिए ‘वास्तविक अंतर लाने की क्षमता’ रखते हैं|

इतना ही नहीं पाकिस्तान पर बोलते हुए मेनन ने कहा कि इस देश के परमाणु हथियारों को ‘असल खतरा’ आतंकवादी संगठनों से नहीं बल्कि सेना के भीतर मौजूद अस्थिर तत्वों से है|

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मेनन जनवरी 2010 से मई 2014 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे| मेनन ने लम्बे समय तक कूटनीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और पड़ोसी देशों एवं बड़ी वैश्विक शक्तियों के साथ भारत के संबंधों पर काम किया है|

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