विवादित मामले में JNU छात्र को कारण बताओ नोटिस
एजेंसी/ नई दिल्ली : 9 फरवरी को जेएनयू परिसर में हुई देश विरोधी कृत्य से चर्चा में आए अनिर्बान भट्टाचार्य को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस पिछले साल अगस्त में रखे गए एक डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग से जुड़ा हुआ है। गुरुवार को मुजफ्फरनगर अभी बाकी है की स्क्रीनिंग में शामिल होने के लिए अनिर्बान को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
नोटिस में कहा गया है कि अगस्त 2015 में चीफ पॉ्रक्टर के कार्यालय से आपके खिलाफ शिकायत आई थी। छात्र पर आरोप है कि उसने प्रशासन की आज्ञा के बिना स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया। अनिर्बान को 4 मई तक प्रॉक्टर के सामने पेश होने और अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया है।
आप यदि अपने बचाव में कोई सबूत पेश करना चाहते है, तो उसे लेकर आ सकते है। जेएनयू परिसर में लगाए गए देश विरोधी नारे और संसद हमले का दोषी अफजल गुरु का शहदात दिवस मनाने के आरोप में भी अनिर्बान समेत यूनिवर्सिटी के कई छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
फिलहाल सभी जमानत पर रिहा है। जेएनयू प्रशासन ने इन छात्रों परप कार्रवाई करते हुए इन्हें कैंपस से बार कर दिया है और इन पर जुर्माना भी लगाया गया है। अनिर्बान ने कारण बताओ नोटिस को लेकर कहा कि मेरे कमरे के दरवाजे पर एक अलग सी दस्तक हुई।
मुझे लग रहा था कि वह मेरे निष्कासन के हास्यास्पद आदेश के अनुरूप मुझसे छात्रावास का कमरा खाली करने की मांग को लेकर किसी भी समय आ सकते हैं। लेकिन जब मैंने दरवाजा खोला, अंदाजा लगाइए क्या हुआ होगा, मुझे प्रॉक्टर के कार्यालय से भेजे गए एक और नोटिस से सम्मानित किया गया।
नोटिस इतने लंबे समय बाद और ऐसे समय में क्यों भेजा गया जब अनिर्बान को पहले ही निष्कासित किया जा चुका है, इसे लेकर प्रॉक्टर से उनकी प्रतिक्रिया मांगने के लिए किए गए फोन कॉल और मैसेज का जवाब नहीं मिला। इस मामले में अनिर्बान और उमर खालिद दोनों की गलती समान है, लेकिन प्रशासन ने दोनों को अलग-अलग सजाएं दी है। इस पर प्रशासन का कहना है कि यह दोनों के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए किया गया है।