राम को ‘रहीम’ का तोहफा, मर्यादा पुरुषोत्त्म को चांदी के बाणों से करेंगे सज्ज
लखनऊ। भाजपा और उसको समर्थन देने वाले संगठनों के राम मंदिर बनाए जाने के लगातार बयान आ रहे हैं। कई नेताओं ने तो समय तक ऐलान कर दिया है। अब इस बीच शिया वक्फ बोर्ड ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक प्रपोजल भेजा है। इसमें भगवान राम की मूर्ति के लिए चांदी के तीर भेंट करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिया वक्फ बोर्ड ने एक प्रपोजल भेजा है। इसमें उन्होंने अयोध्या में प्रस्तावित भगवान राम की 100 मीटर ऊंची मूर्ति के लिए 10 चांदी के तीर भेंट करने की बात कही है।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम योगी को उन्होंने एक खत भी भेजा है। बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा है कि कुछ शिया मुसलमानों ने वक्फ बोर्ड के जरिए चांदी के तीर गिफ्ट करने का सुझाव दिया है। रिजवी ने कहा कि ये तीर भारत की आतंकवाद से लड़ाई के प्रतीक होंगे।
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उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान राम ने तीरों से राक्षसों का विनाश किया था, उसी तरह हम चाहते हैं कि ये तीर आतंकवाद से लड़ाई का प्रतीक बनें। ताकि सभी धर्मों को मानने वाले भारत में शांति से रहें।
गौरतलब है कि अयोध्या में सरयू नदी के पास ‘नया अयोध्या’ प्लान के तहत योगी सरकार भगवान राम की एक विशाल मूर्ति बनाने की तैयारी कर रही है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से राज्य के पर्यटन विभाग ने इसकी एक प्रेजेंटेशन गवर्नर राम नाइक को दिखाई थी।
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कुछ अधिकारियों ने कहा था कि सरकार के स्लाइड शो में भगवान राम की मूर्ति 100 मीटर रखने की बात कही गई है, लेकिन यह फाइनल नहीं है। राज भवन से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक पर्यटन विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अवनीश कुमार अवस्थी ने यह प्रेजेंटेशन बनाई थी।
इसमें 18 अक्टूबर को अयोध्या में होने वाले दीवाली समारोह के लिए तय किए गए कार्यक्रमों की जानकारी थी। गवर्नर राम नाइक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अलफोंस और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा भी इस समारोह में मौजूद रहेंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया था कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) से मंजूरी मिलने के बाद मूर्ति को सरयू घाट पर बनाया जाएगा। अयोध्या के एकीकृत विकास के लिए राज्य सरकार ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को 195.89 करोड़ की डीपीआर भेजी है और मंत्रालय राज्य सरकार को अब तक 133.70 करोड़ रुपये दे चुका है।