यह घटना लगभग 12 बजे की है,फतेहगढ़ रेलवे स्टेशन के निकट, हनुमान मंदिर के सामने एक बंदर को जोर का कर्रेंट लग गया।वो वेहोश होकर गिर गया,इतने में भीड़ एकत्रित हो गयी, सब के सब तमाशा देख रहे थे, अचानक एक आदमी भीड़ से निकला, जो बंदर को जीवित् करने की कोशिश करने लगा,उस राकेश कुमार नामक व्यक्ति की कोशिश रंग लायी और बन्दर लगभग 1 घण्टे बाद होश में आ गया।किसी ने क्या खूब कहा है, जाको राखे साईया मार सके न कोई।