#बागों_में_बहार_हैं, लेकिन अब नहीं, NDTV चैनल बैन पर उनके साथी का रवीश कुमार को खुला खत

#बागों_में_बहार_हैंनोएडा।  हाल ही में ( #बागों_में_बहार_हैं ) को छीन लिया गया। पीएम मोदी सरकार ने गलत कवरेज करने पर NDTV पर एक दिन के लिए रोक लगा दी। जिसके बाद NDTV ने ब्‍लैक स्‍क्रीन करके और कई तरीकों से सरकार के इस फरमान का विरोध किया। लेकिन उनके ही साथी ने उन्‍हें एक खुला खत लिख दिया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। आप सभी जानते हैं कि रवीश कुमार अपने खुले खत के लिए मशहूर हैं। उन्हीं के चैनल के अनुराग ने ऐसा लिखा है खुला खत कि आप पढकर दंग रहे जायेंगे। इन सवालों के जवाब तो शायद खुद रवीश कुमार भी ना दे पाएं।

अनुराग का लिखा खुला खत

एक ख़त मेरी तरफ से भी, जो चारों तरफ से खुला है …

हे संपादक जी,

गंभीर संकट है। इस देश में सरकार का मतलब लोकतंत्र है, मोदी समर्थन का मतलब राष्ट्रधर्म है, दलित-मुस्लिम समर्थन का मतलब प्रगतिशीलता-धर्मनिरपेक्षता है !!!

सर, आप तो आप-कांग्रेस-बीजेपी-सपा-बसपा-आरपीआई के समर्थन में तो उतर जाते हैं, हम कहां जाएं??? आपका मन हो नाग-नागिन चलाएं, हम प्यादों को बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनवा दें, हाथी का मनोचिकित्सक ढूंढ लाने पर लगा दें फिर जब जी भर आये तो टीवी पर बैठकर बड़ी परिचर्चा में उतर आएं … हमारा क्या सर ???

डेढ़ दशक हो गये सर. जब पढ़ाई की तो यही पढ़ा था कनफिल्क्ट में … जात, धर्म की पहचान ना करें … लेकिन सर पता नहीं बलात्कार के बाद आगे दलित लिखने से मामला कैसे ज्यादा संजीदा हो जाता है। क्या बलात्कार अपने आप में जघन्य नहीं है.???

सर अभी महाराष्ट्र में निर्भया जैसा अपराध हुआ है, ये बिटिया छोटे से ज़िले अहमदनगर की थी लोग पूछ रहे हैं क्या उसके नाम के आगे जात लिखोगे …. सर हम क्या जवाब दें कृप्या बता दें ???

सर कुछ दिनों पहले पुणे में एक दलित युवक को 4 आरोपियों ने मार डाला, मोबाइल पर रिकॉर्ड अपने आखिरी पलों में उसने कहा कि उससे आरोपियों ने धर्म पूछा, जवाब मिला तो पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी … सर यहां भी आरोपियों के धर्म को बताने के लिये हमसे सवाल पूछे गये … सर हम क्या जवाब दें कृप्या बता दें ???

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