न्यूजीलैंड में कोरोना से सिर्फ 2 मौतें, जानिए महिला PM ने कैसे की अपने देश की रक्षा…

दुनिया के कुछ देश कोरोना वायरस से लड़ाई में बाकी देशों से काफी आगे निकल चुके हैं. इनमें न्यूजीलैंड भी शामिल है. न्यूजीलैंड में लगातार चार दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में कमी आ रही है. गुरुवार को न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 29 नए और संभावित केस रिपोर्ट किए. न्यूजीलैंड में अब तक संक्रमण के कुल 1332 मामले सामने आ चुके हैं और 2 मौतें हुई हैं. कोरोना वायरस से संक्रमित 317 लोग रिकवर भी हो चुके हैं।प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन

न्यूजीलैंड की आबादी महज 50 लाख है. यहां 15 दिनों का लॉकडाउन पूरा हो चुका है और वह इससे लड़ाई में काफी हद तक कामयाब भी दिखाई दे रहा है. न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन ने भाषण में कहा, हम धीरे-धीरे हालात काबू करने की ओर आगे बढ़ रहे हैं और हमारी योजना काम कर रही है।

जहां बाकी देश कोरोना वायरस से थोड़ी सी राहत मिलने पर लॉकडाउन हटाने और नियमों में ढील देने जैसे कदम उठाने को तत्पर हैं।न्यूजीलैंड ऐसी किसी जल्दबाजी में नहीं है. डेनमार्क में कोरोना वायरस संक्रमण के 5597 मामले हैं और 218 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।डेनमार्क ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस के मामलों में स्थिरता आती है तो अगले सप्ताह से वह लॉकडाउन हटाना शुरू कर देगा।

सीढ़ियां खोलती हैं आपके किस्मत के दरवाजे,जानें नियम वास्तु शास्त्र में…

हालांकि, न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन ने कहा कि वह बॉर्डर पर प्रतिबंध और सख्त कर रही हैं। आर्डेन ने कहा कि जो भी देश में बाहर से प्रवेश करेंगे, उन्हें दो हफ्ते के लिए घर के बजाय सरकारी फैसिलिटी में क्वारंटीन किया जाएगा। यह नियम सिर्फ न्यूजीलैंड के निवासियों पर ही लागू होगा, विदेशी नागरिकों की एंट्री 20 मार्च से ही बैन है।आर्डेन ने कहा, 15 दिनों के लॉकडाउन को देखते हुए मैं ये कहना चाहती हूं कि न्यूजीलैंड के लोगों ने बहुत बड़ा काम किया है. आप सब लोगों ने मिलकर फैसला लिया और एक-दूसरे को सुरक्षित किया. आप लोगों ने कई जानें बचाईं. हालांकि, जैसा मैंने कहा है कि अभी हमारे सामने पूरी मैराथन बाकी है।

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में न्यूजीलैंड के पास दो अहम हथियार हैं- भौगोलिक स्थिति और सही वक्त पर फैसले. 28 फरवरी को न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस सामने आया था जबकि अमेरिका में ठीक एक महीने बाद कोरोना वायरस ने दस्तक दी. 29 मार्च को अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस सामने आया था लेकिन उसके बाद से मौत का सिलसिला फिर रूका ही नहीं।

LIVE TV