दैनिक सियासत दूर तक . . .
- बस अड्डा पड़ाव बना संदिग्ध व्यक्तियो का अड्डा
- इनके खिलाफ़ आवाज़ उठाना मतलब अपनी मौत को दावत देना
गाज़ियाबाद। मुरादनगर थानाक्षेत्र के बस अड्डा चौकी पड़ाव पर संदिग्ध व्यक्तियो का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन यहाँ शराबीयो की दबंगई व गुंडागर्दी देखी जा सकती है। बस अड्डा पड़ाव से हर रोज़ सैकड़ो बसे गुजरती है। जिनसे उतर कर शाम से लेकर रात तक नौकरीपेशा करने वाले लोगों को अपने-अपने घर के लिए हर रोज़ बस अड्डा पड़ाव से गुजरते है। उन यात्रीयो को हर रोज़ काफ़ी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। विभिन्न जिलों व राज्यो से जब लोग अपने-अपने मरीज़ो को ट्रेन से लेकर मुरादनगर रेलवे स्टेशन पर उतर कर बंबा रोड से पैदल बस अड्डा पड़ाव पर पहुँचतें है तो उन लोगो पर शराब के नशे मे धुत संदिग्ध व्यक्तियो की नज़र होती है। जिसके चलते वह यात्रीयो से पैसे मांगते है और मना करने पर जेब काटना, चोरी, लूट, स्नेचिंग जैसी घटनाओ को अंजाम देते है। ये संदिग्ध बदमाश किस्म के लोग अवैध असलहों से लैस होते हैं।
अगर गल्ती से कोई अंजान व्यक्ति इन लोगो की हरकते देख कर इन का विरोध करता है तो यह लोग उस पर बेखौफ हथियार तान देते है। जिसकी वजह से इन लोगो का अातंक बढ़ता ही जा रहा है। दूर से आने वाले यात्री अपने मरीज़ो को साथ लेकर मशहूर हकीम यामीन स्थित चुंग्गी नंबर तीन के यहाँ इलाज के लिये आते है। परदेसी अंजान होने के कारण वह लोग अपने साथ हुई घटना या दुर्घटना की पुलिस कंप्लेंट तक करने से डरते है। जिसका फायदा उठा कर शराब के नशे मे धुत संदिग्ध व्यक्तियो तक पुलिस पहुंच नही पाती है। चौकी से सटे मंदिर के गेट पर मौजूद पकोड़ीयो के ठेले व दुकानो पर नंबर-नंबर से लोग शराब पीकर बस से उतरने वाले यात्रीयो पर गिरते है और उन्हे परेशान करते है। शराब के ठेको से लगभग सौ-दो सौ मीटर की दूरी के दायरे मे बाहर खड़े होकर अपनी बड़ी-बड़ी गाड़ीयो मे बैठकर व बाहर खड़े होकर शराब का लुत्फ उठाते है।
पड़ाव पर स्थित होटलो के अंदर-बाहर खड़े होकर अपनी दबंगई के चलते, शराब का आनंद लेते हुए फुल गुंडागर्दी करते है। आए दिन इस तरह की घटना होनी यहाँ आम बात है। ऐसे मे मनचले भी पान के खोके व दुकानो पर अभिनेता के स्टाईल मे अपनी टोलीया के साथ खड़े होकर सिगरेट मे सुट्टे मारते हुए रोड पर आती-जाती महिलाओ पर उल्टे-सीधे कमेंट्स पास करते है। महिलाये भी कान दबाकर चुपचाप वहाँ से निकल जाती है। क्योंकि यह लोग खुद को बड़े-बड़े नेताओ के आदमी बताते है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार बस अड्डा चौकी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की मिलीभगत से यह जगह संदिग्ध व्यक्तियो का अड्डा बन चुकी है। आस-पास के लोगो इन व्यक्तियो का विरोध करने से डरते है। ऐसे मे यह सोचने का विषय है। प्रशासनिक अधिकारियो को तुरंत ही कोई ठोस निर्णय लेने की आवश्यकता है। जिससे जनता के दिलो मे कानून, सरकार और प्रशासनिक अधिकारियो की इज्जत बरकरार रहे। अगर कोई व्यक्ति कुछ अच्छा कार्य करना चाहता है तो यह लोग उल्टा उसी के खिलाफ़ एक जुट होकर षड्यंत्र रचना शुरू कर देते है। गुंडे व नेता पुलिस के कान भर उन्हे गुमराह करते है। और अपनी नक़ली शान-शौकत की चमक धमक से समाज के दिल मे डर-खौफ पैदा करते है। सरकारी शराब के ठेको पर भी नाबालिक बच्चे तक शराब धड़ाले से बेच रहे है। शराबीयो के रोड पर खड़े वाहनो से हाईवे 58 पर जाम का मुख्य कारण है। मस्जिद- मंदिर जैसे पवित्र स्थानो के गेट के आस-पास भी यह लोग अपना कार्य बड़ी दबंगई से कर रहे है। जिससे मंदिर मे पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओ को भी काफ़ी परेशानीयो का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते सरकार बदनाम हो रही है। और सरकार के प्रति जनता का मनोबल टूट रहा है।