दुनिया की सबसे गंभीर बीमारी, जिसका इलाज है बस यही

स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जब व्यक्ति के मस्तिष्क में किसी नस के फटने के कारण खून निकलने लगता है या धमनियों के ब्लॉक हो जाने के कारण मस्तिष्क के किसी हिस्से तक रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाते हैं। पिछले एक दशक में भारतीयों में ब्रेन स्ट्रोक की समस्या बढ़ रही है और इसके कारण हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। युवाओं में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ने के पीछे कारण मोटापा, शराब की लत, नशीले पदार्थों का सेवन, फास्ट फूड्स और जंक फूड्स का सेवन, ब्लड प्रेशर की समस्या और कोलेस्ट्रॉल की समस्या है। आइए आपको बताते हैं कि किन लक्षणों के आधार पर आप स्ट्रोक को पहचान सकते हैं।

गंभीर बीमारी

बैलेंस बिगड़ना

आमतौर पर स्ट्रोक का सबसे पहला लक्षण ये है कि शरीर का बैलेंस बिगड़ जाता है और व्यक्ति को खड़े-खड़े या बैठे-बैठे गिर सकता है। शरीर का बैलेंस बिगड़ने के साथ ही व्यक्ति के सिर में तेज दर्द होता है और उसे चक्कर आते हुए महसूस होते हैं।

धुंधला दिखना

स्ट्रोक का दूसरा प्रमुख लक्षण है कि स्ट्रोक होने पर आमतौर पर व्यक्ति को धुंधला दिखने लगता है या दिखना बंद हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि व्यक्ति के मस्तिष्क तक सही से रक्त का प्रवाह नहीं होता है, तो वो आंखों के द्वारा भेजे गए प्रतिबिम्ब को नहीं पढ़ पाता है।

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बोलने में परेशानी

स्ट्रोक होने पर एक अन्य लक्षण जो ज्यादातर लोगों में देखने को मिलते हैं, वो है शरीर के एक हिस्से का पैरालाइज (लकवाग्रस्त) हो जाना। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को बोलने में परेशानी होती है क्योंकि उसके मुंह का आधा या पूरा हिस्सा पैरालाइज हो जाता है। उनसे सामान्य सवाल करें, स्ट्रोक होने पर वे सामान्यतः प्रश्नों का सही जवाब नहीं दे पायेंगे। स्ट्रोक की पुष्टि के लिये सवालों को एक बार दोहरायें।

चेहरा एक तरफ झुक जाना

अगर मरीज का चेहरा एक ओर को झुक जाये या फिर उसके चेहरे के एक तरफ सुन्न जैसा अहसास हो तो तुरन्त सहायता के लिये डॉक्टर के पास जाएं। इस दौरान उसे हंसने के लिये कहें, अगर वो ऐसा न कर पाए तो तुरन्त अस्पताल ले जायें। ये मिनी स्ट्रोक का संकेत होता है।

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बांहों में कमजोरी व सन्तुलन खोना

स्ट्रोक के मरीज को एक या दोनों बांहों में सुन्न होने या कमजोरी का अहसास हो सकता है। ऐेसे में मरीज को हाथ उठाने के लिये कहें, स्ट्रोक होने पर हाथ नीचे गिर जायेगा। साथ ही स्ट्रोक के मरीज को अपना शरीर सन्तुलित करने में दिक्कत होने लगती है, उसे चलने में भी परेशानी हो सकती है।

स्ट्रोक होने पर क्या करें

अगर किसी व्यक्ति में ये सभी लक्षण दिखते हैं, तो बहुत संभव है कि उस व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक हुआ है। ऐसी स्थिति में जितनी जल्दी हो सके चिकित्सक से संपर्क करें और मरीज को हिला-डुला कर, उससे बात करके उसकी संवेदनाएं वापस लाने की कोशिश करें।

 

 

 

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