जब डीजीपी को लगी टेजर गन से निकली गोली…
लखनऊ। आपने कई उपकरणों के डेमो वीडियो देखे होंगे लेकिन आज हम आपके लिए जो वीडियो लाए हैं, उसे देखकर आप थोड़ी देर के लिए सोच में पड़ जाएंगे कि क्या आज भी ऐसे ऑफिसर मौजूद हैं, जो आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हैं ? तो जवाब है हां और वह बहादुर ऑफिसर हैं उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी जावीद अहमद ।
दरअसल प्रदेश में उपद्रवियों, दंगाईयों और बदमाशों को काबू में करने के लिए यूपी पुलिस को टेजर गन के इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है। टेजर गन से निकली गोली बिल्कुल इलेक्ट्रिक शॉक की तरह होती है और इसके लगते ही कोई भी इंसान थोड़ी देर के लिए पैरालाइज्ड हो जाता है।
रविवार को पुलिस अधिकारियों के लिए ‘टेजर गन के इस्तेमाल के तरीके’ सिखाने के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाया गया था। इस शिविर में प्रदेश भर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। शिविर में पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद भी पहुंचे।
प्रशिक्षण शिविर में पहले तो डीजीपी ने वहां उपस्थित अपने अधीनस्त अधिकारियों को यह बताया कि कैसे एक भागते हुए बदमाश या फिर दंगे के दौरान इस टेजर गन का इस्तेमाल करना है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बदमाश को टेजर गन से गोली लगते ही उस पर इसका क्या असर होगा।
डीजीपी जावीद अहमद ने मनवाया अपनी बहादुरी का लोहा
अब बारी थी जो भी मौखिक या लिखित प्रशिक्षण दिया गया, उसका डेमो देने का। डीजीपी यह काम अपने किसी अधीनस्त पर भी कर सकते थे लेकिन उन्होंने अपने बड़प्पन और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए खुद ही टेजर गन के डेमो के लिए तैयार हो गए।
डीजीपी को उनके दो अधिकारियों ने दाएं-बाएं दोनो ओर से पकड़ा और एक तीसरे ऑफिसर ने उन पर टेजर गन से गोली चलाई। डीजीपी को जैसे ही गोली लगी वह बेहोशी की हालत में आ गए और उनका शरीर एक दम से शिथिल पड़ गया। दोनों अधिकारियों ने उन्हे अपने सहारे से फर्श पर लिटाया। थोड़ी देर में ही डीजीपी को होश आ गया और वह फिर से खड़े हो गए।
इसी डेमो के साथ ही अब बलवाइयों पर काबू पाने के लिए यूपी पुलिस को टेजर गन के रूप में एक नया हथियार मिल गया है। टेजर गन आतंकवादियों को जिंदा पकड़ने में मददगार साबित होगी।
यहां देखें वीडियो :
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