
लखनऊ/गोंडा। उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने चरसड़ी बांध के कटने का जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों को ठहराया है। उन्होंने कहा कि बांध कटने के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों व ठेकेदारों पर कार्रवाई और प्राथमिकी होगी। उन्होंने तरबगंज और करनैलगंज में बने एल्गिन चरसड़ी और भिखारीपुर सकरौर बांध के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। प्रभावित इलाकों के दौरे के बाद पत्रकारों से बातचीत में कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने नौकरशाही को बेलगाम बताया। उन्होंने कहा कि जो काम दिसंबर से जून के बीच होना चाहिए, उसे अधिकारी कमीशन के लिए बरसात और बाढ़ में कराते हैं।
उन्होंने कहा कि कमीशन और भ्रष्टाचार से अधिकारी सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अपने पालतू ठेकेदार पाल रखे हैं।
यह भी पढ़ें:- विवादित बयान देकर फंसे शरद यादव
उन्होंने कहा कि अब गोंडा के पसका क्षेत्र से बलिया तक की सभी नदियों को सरयू नदी के नाम से ही जाना जाएगा। अलग-अलग नामों के कारण सरकार को योजन बनाने में दिक्कत आती है। उन्होंने कहा कि जहां चरसड़ी बांध कटा है, वहां अब पक्का बांध बनाया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार को डीपीआर भेजा जाएगा।
पाल्हापुर गांव में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्होंने राहत सामग्री भी बांटी। उन्होंने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत और बचाव कार्य में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें:- मिशन पूरा होने तक इरोम को रेडक्रास देगा आश्रय
इस दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह, क्षेत्रीय विधायक योगेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव सिंचाई सुरेश चंद्रा, आयुक्त सुधीर कुमार और जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन भी मौजूद रहे।