कुएं से निकल रहा है ‘चमत्कारी’ पानी
वहीं कुएं से निकल रहे पानी को लेकर इंजीनियरों का कहना है कि भूगर्भ जल के पास गंधक का कोई ऐसा स्रोत हो सकता है, जोकि इस पानी से टकरा रहा है। आम तौर पर गंधकयुक्त पानी को बीमारियों के लिए फायदेमंद कहा जाता है। कुएं में एकाएक पानी का स्तर बढ़ना भी कोई चमत्कार नहीं है।
गौरतलब है कि कुएं के पानी से बीमारियां ठीक होने की अफवाह सुनकर गांव में पिछले 12 दिन से हजारों की भीड़ उमड़ रही है। जैसे-जैसे खबर फैल रही है, यहां आस्था का अंधा सैलाब भी उमड़ता जा रहा है। हर किसी में कुएं के पानी से नहाने की होड़ लगी है। लगातार बढ़ती भीड़ को संभालना मुश्किल हो रहा है।
कुएं के पानी से बीमारी दूर होने का दावा करने वाले बाल्टियों और पाइपों से वहां आने वाली भीड़ पर पानी की बौछार कर रहे हैं। इस बौछार में सराबोर होने के लिए हर कोई उतावला दिख रहा है। आसपास के गांव ही नहीं, बल्कि शहरों से भी हजारों की भीड़ इस गांव में जुट रही है। पुलिस-प्रशासन भी चमत्कार की इस अफवाह से पूरी तरह अंजान है। न तो पुलिस और न हीं प्रशासन के किसी अधिकारी ने गांव जाकर इस अफवाह की सच्चाई जानने की कोशिश की है।
अमर उजाला टीम ने शुक्रवार को इस गांव का दौरा किया और अफवाह की हकीकत जानने की कोशिश की। कुएं के पानी से लोगों को नहलाकर उनके रोग दूर करने का दावा करने वालों का कहना है कि उनके गांव के कुछ बुजुर्गों को स्वांस और पैरों का दर्द था, जो अब पूरी तरह से ठीक है।
सिकंदरपुर में कुएं पर नहाने गईं महिलाओं के साथ गया एक पांच वर्षीय बच्चा अप ट्रेक पर आई एक एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। उसका शरीर के टुकड़े इधर-उधर बिखर गए। हादसे से मौके पर कोहराम मच गया। बच्चे के परिजन भी वहां आ गए। काफी देर तक वहां करुण-क्रंदन मचा रहा।
पुलिस ने इस बच्चे की पहचान पांच वर्षीय शिवम पुत्र रतिराम निवासी नयाबांस की के रूप में की है। यह बच्चा अपनी मां और दादी के साथ सिकंदरपुर के कुएं पर नहाने गया था। इस दौरान गांव से पहले ही उत्तर-मध्य रेलवे के ट्रैक पर अचानक आई ट्रेन की चपेट में आ गया।