बगदादी का सबसे करीबी आतंकी अदनानी मारा गया

 

नई दिल्‍ली। अबू बक्र अल-बगदादी के आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) में प्रवक्ता और संगठन के दूसरे सबसे ताकतवर आतंकी अबू मोहम्मद अल-अदनानी को अमेरिकी सेना ने मार गिराया है।

अदनानी

दरअसल आईएस प्रमुख बगदादी के जिस खूंखार चेहरे को दुनिया जानती थी, उस चेहरे के पीछे अल अदनानी का ही दिमाग था। माना जा रहा है कि अदनानी का मारा जाना आईएस की कमर टूटने जैसा है। हालांकि, अमेरिका की अगुवाई वाले नाटो सेना की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

आईएस ने बयान जारी कर पुष्टि की

आईएस ने बयान जारी कर पुष्टि कीआईएसआईएस ने बयान जारी कर कहाकि उसका प्रवक्ता और वरिष्ठ कमांडर मारा गया है और उसकी मौत का बदला लिया जाएगा। समूह के अनुसार, उसका प्रवक्ता उत्तरी सीरिया में सैन्य अभियान के खिलाफ मिशन की निगरानी के दौरान मारा गया। आईएस संचालित अमाक समाचार एजेंसी ने कहा कि अबु मोहम्मद अल अदनानी अलेप्पो में सैन्य अभियानों को पीछे धकेलने के लिए चलाए जा रहे मिशन की निगरानी के दौरान मारा गया।

पहले भी अमेरिकी सेना के हाथो गिरफ्तार हो चुका था अदनानी

सीरिया का रहने वाला अल अदनानी शुरू से ही अमेरिका के खिलाफ रहा है। आईएस में शामिल होने से पहले अदनानी अलकायदा के आतंकी जरकावी का करीबी था।

जरकावी के मारे जाने के बाद 2005 में अदनानी भी अमेरिकी सेना के हाथ लग गया था। करीब पांच साल तक अमेरिकी मिलिट्री कैंप मे रखने के बाद उसे 2010 मे छोड़ दिया गया था।
रिहा होने के बाद वो आईएस का प्रवक्ता बन गया और 2014 तक वो बगदादी का सबसे करीबी बन गया।

ऐसे लगा हाथ

खबरों के मुताबिक आईएस को खत्म करने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की सेनाएं लगातार सीरिया पर हमले कर रही हैं। इन हमलों से बौखलाए आईएस ने सैन्य अभियान के खिलाफ एक मिशन शुरू किया था। अदनानी खुद इस मिशन की कमान संभाले हुआ था। आईएस की अमाक न्यूज एजेंसी के मुताबिक अदनानी जब मारा गया उस वक्त वो इसी मिशन का जायजा लेने के लिए निकला था।

अदनानी के ऊपर था 50 लाख डॉलर  का इनाम 

आईएस का नंबर दो आतंकवादी अदनानी अमेरिका की हिट लिस्ट में सबसे ऊपर था। अदनानी के सिर पर 50 लाख डॉलर यानी करीब 34 करोड़ रुपए का इनाम था। पेरिस से लेकर बांग्लादेश तक कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरप्लान अदनानी ने ही तैयार किया था।

पुलिस की गिरफ्त में आए आईएस के एक लड़ाके के मुताबिक अदनानी हर महीने एक मीटिंग करता था। इस मीटिंग में आईएस के सभी खौफनाक वीडियो उसके सामने होते थे। उन्हें देखकर वो तय करता था कि किस वीडियो को सबसे ज्यादा प्रचारित करना है।
वीडियो के जरिए दहशत फैलाने का मास्टरमाइंड अल अदनानी आईएस के विदेशी ऑपरेशन्स का भी इंचार्ज था। किस देश में कब औऱ कैसे आतंकी हमला करना है इसकी पूरी प्लानिगं अदनानी ही करता था।

अदनानी ने ही आईएस के लिए लोन वुल्फ अटैक यानी किसी हमले के लिए अकेले आतंकी को भेजने की रणनीति बनाई थी। फ्रांस के नीस शहर में हुआ आतंकी हमला जिसमें एक ट्रक ने भीड़ को रौंदते हुए 86 लोगों की जान ले ली, इसी रणनीति का नतीजा था।

 

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