अमेठी में सावन के आखिरी सोमवार और बकरीद पर लोगों में दिखा उत्साह, प्रशासन ने पुख्ता किये सुरक्षा इंतजाम

REPORT-LOKESH TRIPATHI/AMETHI

आज पुलिस प्रशासन के लिए  चुनौती का दिन है क्योंकि एक तरफ जहां  हिंदू संप्रदाय के लोगों  का आज सावन का अंतिम सोमवार का दिन है और पवित्र शिव मंदिरों में तथा देव स्थलों पर हिंदू समुदाय के लोगों तथा कांवड़ियों की भीड़ देखी जा रही है वही पर आज बकरीद का त्यौहार पूरे देश में जोशो खरोश तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

अमेठी में भी बकरीद के पर्व पर सुबह सुबह 8:00 बजे अमेठी चौक स्थित जामा मस्जिद में लगभग 10,000 नमाजी इकट्ठा हुए और बकरीद की नमाज अदा की और देश की अमन-चैन के लिए दुआ मांगी इसके बाद एक दूसरे को गले मिलते हुए बधाइयां दी।

सावन का सोमवार

नमाज के समय जामा मस्जिद के बाहर पर्याप्त मात्रा में फोर्स के साथ पुलिस क्षेत्राधिकारी पीयूष कांत राय के साथ अपर जिलाधिकारी अमेठी पूरे समय मौजूद रही।

जामा मस्जिद के मौलाना ने कहा की हमारे पैगंबर ने अपने बेटे की कुर्बानी पेश किया था उसी की याद में हम यह बकरीद का त्यौहार मना रहे हैं हमारा पैगाम यह है कि उस कुर्बानी को याद किया जाए तथा अपने लिए अपनी कौम के लिए तथा अपने मुल्क के लिए जिस तरह की कुर्बानी हो सके वह कुर्बानी देने के लिए तैयार रहना चाहिए यही हमारा देश के लिए पैगाम है।

वहीं पर नमाजी अलाउद्दीन ने बताया कि यह जो ईद-उल-जुहा का त्यौहार है जिसको हम बकरीद कहते हैं आज हम उसी को मना रहे हैं इसमें हम लोग बकरे की कुर्बानी देते हैं तथा हम लोग एक साथ मिलकर आपसी भाईचारे का संदेश देते हैं सभी धर्मों को एक साथ मिलकर आपसी भाईचारे का संदेश देना चाहिए जिससे आपसी भाईचारा बना रहे।

आज के दिन यह जो पर पड़ा है इसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों भाइयों का एक साथ पर्व है जिसमें हिंदू भाइयों के सावन के मद्देनजर रखते हुए हम लोग सौहार्द आपस में बनाए रखें और शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मनाए देश के लिए यही संदेश है कि जितने भी हिंदू मुस्लिम भाई बहन हैं.

हम सभी एक साथ एक सौहार्द पैदा करें हम लोग युवा हैं और युवा अगर अपनी शक्ति को प्रदर्शित करेंगे तो जो हमारे आगे हैं और जो हमारे पीछे हैं जो पढ़े लिखे लोग नहीं हैं वह सब सीखेंगे इसलिए हम सब को एक साथ मिलकर रहना चाहिए और राष्ट्र के प्रति जिसको हम आगे बढ़ा सके ऐसा कदम हमें आगे बढ़ाना चाहिए और देश के विकास में में योगदान करें।

पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बकरीद में जैसा की नमाज अदा किया जाता है ईदगाह में पूरे थाना क्षेत्र में कहीं ऐसी स्थिति नहीं है की ईदगाह हर जगह होने के नाते लोग अपने निकट की मस्जिदों में नमाज अदा करते हैं। उसके बाद सब लोग अपने घरों में ही कुर्बानी देंगे क्योंकि यहां पर सामूहिक कुर्बानी स्थल नहीं है.

फिलहाल सभी मस्जिदों में जहां पर नमाज़ अदा हो रही है वहां पर पुलिस पर्याप्त संख्या में लगी हुई है नमाज अदा करने के बाद सभी लोग अपने घर जाएंगे और वहीं पर कुर्बानी करेंगे बाहर कोई कुर्बानी नहीं होनी है इसलिए मात्र नमाज अदा करने संबंधी ड्यूटी आग लगी हुई है कई सारी मस्जिदों में नमाज संपन्न भी हो गई है और जामा मस्जिद में नमाज अभी चल रही है.

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यह सबसे बड़ी मस्जिद है और यहां पर सबसे ज्यादा नमाजियों की संख्या रहती है कुर्बानी को लेकर पीस कमेटी की मीटिंग में काफी चर्चा की गई थी सभी लोगों ने बताया कि यहां पर सामूहिक कुर्बानी स्थल नहीं है. इसलिए यह कोई समस्या नहीं है क्योंकि घर में कुर्बानी होनी है इसलिए कुर्बानी के पश्चात अवशेष को घर में ही दफन कर देंगे.

इस विषय में मुसलमान भाइयों ने बताया था कि यदि उनका अवशेष बाहर जाता है और किसी को दिखाई पड़ता है तो वह उनके धर्म के अनुसार भी अच्छा नहीं माना जाता है.

इसलिए हम लोग बहुत ही जिम्मेदारी के साथ इसका डिस्पोजल करेंगे इसके लिए हम लोगों के द्वारा हिदायत भी दी गई है कि इस प्रकार का कोई काम ना हो जिससे कोई विपरीत स्थिति उत्पन्न हो।

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