पूर्णिमा को शिवलिंग पर जल और पंचामृत चढ़ाकर बोलना चाहिए ये मंत्र

सोमवार यानि 21 जनवरी को और पूर्णिमा का योग है। इस दिन पौष मास की पूर्णिमा है। सोमवार को पूर्णिमा होने से इस दिन शिवजी की विशेष पूजा करनी चाहिए। शिवपुराण में बताया गया है कि शिवजी की पूजा से कुंडली के दोष और सभी समस्याएं खत्म हो सकती हैं। शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय किसी एक शिव मंत्र का जाप करते रहना चाहिए। उज्जैन के इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी और ज्योतिर्विद पं. सुनील नागर से जानें की इस दिन कैसे करें शिव जी की पूजा…

शिवलिंग

– सुबह जल्दी उठें और स्नान करते समय शिव मंत्रों का, तीर्थों का, सभी नदियों का ध्यान करें। नहाने के बाद शिव पूजा के लिए सफेद वस्त्र पहनें।

– किसी शिव मंदिर जाएं या घर के मंदिर में ही शिव पूजा की व्यवस्था करें।

– शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। पंचामृत से अभिषेक करें। मंत्र ऊँ नम: शिवाय, ऊँ महेश्वराय नम:, ऊँ शंकराय नम:, ऊँ रुद्राय नम: आदि मंत्रों का जाप करें।

– चंदन, फूल, प्रसाद चढ़ाएं। धूप और दीप जलाएं।

– शिवजी को बिल्वपत्र, धतूरा, चावल अर्पित करें।

– भगवान को प्रसाद के रूप में फल या दूध से बनी मिठाई अर्पित करें।

– पूजन के बाद धूप, दीप, कर्पूर से आरती करें।

– शिवजी का ध्यान करते हुए आधी परिक्रमा करें।

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– परिवार के सदस्यों को और अन्य भक्तों को प्रसाद वितरित करें।

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