
कानपुर। समाजवादी पार्टी की अर्न्तकलह खत्म होने का नाम नही ले रही है। इस बार यह गृहयुद्ध काफी बड़े पैमाने पर होने की संभावना बनती नजर आ रही है। सपा में मुस्लिम चेहरे के तौर पर अहम ओहदा रखने वाले आजम खान की काट निकाल ली गई है।
दरअसल सीएम के चाचा शिवपाल यादव ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तो इससे आजम का दल में कद कम होगा और दूसरा अगर वह कुछ ना-नुकुर करते हैं तो इसकी भरपाई सपा में मुस्लिम चेहरे बाहुबली अतीक अहमद के जरिए की जा सकती है।
मालूम हो कि आजम खान के ही चलते सपा सुप्रीमो ने अपने अजीज अमर सिंह के साथ बेनी प्रसाद को दल से निकाल दिया था। वह सपा के हर फैसले में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते रहे हैं।
आजम और राम गोपाल यादव के चलते सीएम अपने चाचा शिवपाल यादव के खिलाफ खड़े हो गए थे। इतना ही नहीं चाचा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त भी कर दिया था। जिसके बाद शिवपाल को अब मौका मिला है जिसे वह चुन-चुन कर भुना रहे हैं।
अतीक पर है शिवपाल का हाथ
अतीक ने भी इसी के तहत कानपुर में एक सभा के दौरान सीएम पर सीधा हमला बोलते हुए कह दिया था कि टिकट काटना हो तो काट दें, लेकिन पहलवान डंके की चोट पर कैंट से चुनाव लड़ेगा। अतीक ने जहां सीएम पर भड़ास निकाली तो वहीं नेता जी मुलायम सिंह और भइया शिवपाल को मसीहा तक बता डाला।
इन मंडलों में होगी अतीक की रैलियां
सपा ने अतीक अहमद को कानपुर से चुनावी मैदान में तो उतारा है लेकिन उन्हें बड़े प्रचारक के रुप में पार्टी भुनाएगी। खबर है कि कैंट विधानसभा से चुनाव की बागडोर अतीक के भाई अशरफ के हाथों में रहेगी। कानपुर, बुंदेलखंड, इलाहाबाद मंडल के आने वाले जिलों में सपा अतीक की ताबतोड़ रैलियां आने वाले समय में करवाएगी। सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने बताया कि अतीक अहमद एक कद्दावर नेता हैं, उनके साथ हर वर्ग के लोग जुड़े हैं। अतीक पांच बार विधायक व एक बार सांसद रह चुके हैं। अतीक अहमद के कानपुर से चुनाव लड़ने से कानपुर और बुंदेलखंड की 52 सीटों पर सपा की जबरदस्त फतह होगी।
खास रणनीति के तहत चहेतों के कतरे जा रहे हैं पर
शिवपाल यादव और अमर सिंह की जोड़ी ने एक बार फिर सीएम अखिलेश यादव के चहेतों के पर कतरने का मन बना लिया है। सीएम के खास कैंट से सपा के पूर्व कैंडीडेट और अरुणा कोरी को बिल्हौर से झांसी भेजकर शिवपाल ने टिकट काट अपने इरादे बता दिए हैं।
खबर की मानें तो आने वाले दिनों में कानपुर नगर, ग्रामीण और देहात की सीटों में से कई और टिकट काटे जा सकते हैं। अतीक अहमद ने कानपुर में सपाईयों के साथ बैठक कर इस पर एक रिपोर्ट बनाकर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को भेजी है। शहर की तीन सीटों पर भी कैंडीडेटों के टिकट काटे जा सकते हैं। यह सब सीएम के करीबी माने जाते हैं। वहीं सीएम गुट के नेता भी अब खुलकर बोलने लगे हैं। अतीक के सामने ही कैंट के पूर्व कैंडीडेट ने अपना दर्द बयां भी किया था।