मोदी शासन में भारत के परमाणु कार्यक्रम में आई तेजी
नई दिल्ली| केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मई 2014 में सरकार बनाने के बाद से भारत के परमाणु कार्यक्रम में तेजी आई है।
प्रधानमंत्री के विशेष तौर पर रुचि लेने की वजह से भारत अब अपने परमाणु कार्यक्रम में अग्रणी देशों में शामिल है। आने वाले वर्षो में परमाणु ऊर्जा भारत की बढ़ती जरूरत को पूरा करने का प्रमुख स्रोत होगा। उन्होंने यह बात यहां प्रगति मैदान में स्थापित हॉल आफ न्यूक्लियर पावर का दौरा करने के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार स्पष्ट तौर पर उत्तर भारत में परमाणु कार्यक्रम लाने का श्रेय ले सकती है। पिछले दो वर्षो में ही एक दिल्ली के उत्तर में हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में परमाणु संयंत्र लगाया गया है।
राज्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह से सरकार पंजाब और उत्तराखंड जैसे उत्तरी राज्यों में और परमाणु संयंत्र लगाने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों के बीच परमाणु आपूर्ति समूह की सदस्यता के लिए भारत के दावे को तेजी से स्वीकार किया जा रहा है।
हॉल ऑफ न्यूक्लियर पावर दिल्ली में स्थापित करने की अवधारणा के पीछे मंत्री ने कहा कि इस सच्चाई से प्रेरित होकर ऐसा किया गया है कि परमाणु ऊर्जा विभाग का यहां मुख्यालय नहीं है और अधिकतर गतिविधियां पश्चिमी और दक्षिणी भारत तक सीमित हैं।
इसके परिणामस्वरूप इस बारे में भारत के इस हिस्से में इस विभाग के बारे में बहुत जानकारी नहीं है।